क्या बोले बीजेपी विधायक रविंदर सिंह नेगी?
बीजेपी विधायक ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया ने इस कार्यालय में 12 साल तक काम किया था। यह कार्यालय PWD द्वारा बनाया गया था, जहां विभिन्न विभागों द्वारा फर्नीचर और अन्य सामान उपलब्ध कराए गए थे। लेकिन जब यह दफ्तर पीडब्ल्यूडी ने मुझे सौंपा, तो यहां से लगभग 250 कुर्सियां, टीवी, साउंड सिस्टम, सोफा, टेबल और एसी गायब थे।
नेगी ने आरोप लगाया कि सिर्फ सामान ही गायब नहीं हुआ, बल्कि दफ्तर से दरवाजे और एडजस्ट पंखे भी चुराए गए हैं। यह सभी चीजें सरकारी संपत्ति थीं, जिन्हें यहां छोड़ने का मनीष सिसोदिया का कर्तव्य था। यह एक सरकारी कार्यालय था, लेकिन इसका उपयोग चुनावी उद्देश्यों के लिए किया गया था। चुनाव के दौरान इस दफ्तर में कई बैठकें आयोजित की गई थीं। बीजेपी विधायक ने यह भी कहा कि सिसोदिया और उनकी पार्टी संविधान का पालन नहीं कर रही हैं।
बीजेपी विधायक ने दफ्तर की साफ-सफाई की जिम्मेदारी ली
नेगी ने इस मुद्दे पर ध्यान दिलाते हुए बताया कि उन्होंने दफ्तर की साफ-सफाई का कार्य भी शुरू किया है। पीडब्ल्यूडी ने यह बंगला उन्हें सौंप दिया है, और अब यह उनका आधिकारिक आवास होगा। उन्होंने सरकारी संपत्तियों की वापसी की बात करते हुए सिसोदिया पर आरोप लगाए कि उन्होंने सरकारी संपत्तियों का दुरुपयोग किया।
सिसोदिया ने पटपड़गंज सीट छोड़कर जंगपुरा से लड़ा था चुनाव
इस बार के दिल्ली विधानसभा चुनाव में मनीष सिसोदिया ने पटपड़गंज सीट छोड़कर जंगपुरा से चुनाव लड़ा था। उनकी जगह पार्टी ने अवध ओझा को पटपड़गंज से टिकट दिया था, लेकिन अवध ओझा चुनाव में हार गए थे। दूसरी ओर, बीजेपी के रविंदर सिंह नेगी ने 29,000 वोटों से पटपड़गंज सीट पर जीत हासिल की। सिसोदिया को जंगपुरा सीट पर भी हार का सामना करना पड़ा।