चंडीगढ़,14 फरवरी 2025 : केंद्र सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच 5वें दौर की वार्ता शुक्रवार को करीब 3 घंटे चली। बैठक के बाद फैसला लिया गया कि अगली बैठक 22 फरवरी को होगी। बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत खुड्डियां, मंत्री लाल चंद कटारूचक्क और 28 किसान नेता शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक सकारात्मक माहौल में हुई। वार्ता के दौरान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत पर चिंता जताई। डल्लेवाल 81 दिनों से खनौरी बॉर्डर पर अनशन पर हैं और उन्हें एम्बुलेंस के जरिए चंडीगढ़ लाया गया।
क्यों कर रहे हैं किसान आंदोलन?
13 फरवरी 2024 से किसान हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। उनकी प्रमुख मांगों में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी का कानून शामिल है। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के सरवन पंधेर इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।
दिल्ली कूच की चेतावनी
मीटिंग के बाद सरवन पंधेर ने कहा कि अगर बातचीत में समाधान नहीं निकला तो किसान दिल्ली कूच करेंगे। इससे पहले भी आंदोलनकारी किसानों ने दिल्ली की ओर बढ़ने का प्रयास किया था, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया था।