नई दिल्ली, 13 फरवरी: गृह मंत्री अमित शाह ने वक्फ संशोधन विधेयक पर विपक्षी असहमति नोटों को शामिल करने को लेकर बयान दिया। शाह ने कहा कि अगर विपक्ष के असहमति नोट रिपोर्ट में जोड़े जाते हैं, तो सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। यह टिप्पणी उन्होंने लोकसभा में पेश हुई संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट पर की, जिसे विपक्ष ने खारिज किया था।
विपक्ष का आरोप था कि उनके असहमति नोट रिपोर्ट से हटा दिए गए हैं। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और इसे लोकतंत्र विरोधी बताया। वहीं, भाजपा के नेताओं ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि रिपोर्ट में सभी असहमति नोट शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष के आरोपों को झूठा बताया और कहा कि रिपोर्ट को बिना किसी छेड़छाड़ के संसद में पेश किया गया है।
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के कुप्रबंधन, भ्रष्टाचार और अतिक्रमण को समाप्त करने के लिए सुधार लाना है, जिसमें डिजिटलीकरण, पारदर्शिता और बेहतर ऑडिट जैसी महत्वपूर्ण पहलें शामिल हैं।