शंभू बॉर्डर, 10 फरवरी: केंद्र सरकार के साथ 14 फरवरी को होने वाली बैठक को लेकर किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने संयुक्त किसान मोर्चा को पत्र लिखा है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि अगर इस बैठक में कोई ठोस समाधान नहीं निकला तो 25 फरवरी को दिल्ली की ओर कूच किया जाएगा।
शनिवार को शंभू बॉर्डर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि इस बैठक में उनका फोरम भी शामिल होगा। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद में दिए गए बयानों से उनकी मंशा साफ झलकती है, लेकिन किसान संगठनों की प्राथमिकता वार्ता के जरिए समाधान निकालना है।
तीनों मंचों की जल्द होगी बैठक
KMM और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने संयुक्त किसान मोर्चा को पत्र लिखकर किसानों की अगली रणनीति पर चर्चा के लिए तीनों मंचों की एक संयुक्त बैठक बुलाने की मांग की है। जल्द ही इस बैठक की तारीख तय की जाएगी, जिसमें आगे की कार्रवाई पर फैसला लिया जाएगा।
दिल्ली कूच से पहले किसानों को संगठित करने के लिए तीन महत्वपूर्ण सभाएं होंगी:
- 11 फरवरी को रतनपुरा
- 12 फरवरी को खनौरी
- 13 फरवरी को शंभू बॉर्डर
इन सभाओं में किसान नेताओं द्वारा केंद्र सरकार के रवैये, आगामी रणनीति और 14 फरवरी की बैठक के संभावित नतीजों पर चर्चा की जाएगी।
महिलाएं नहीं होंगी शामिल
किसान संगठनों ने साफ किया कि 25 फरवरी के दिल्ली कूच में महिलाएं शामिल नहीं होंगी। इससे पहले भी किसान आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी रही है, लेकिन इस बार उन्हें इस यात्रा में शामिल नहीं करने का फैसला लिया गया है।
संघर्ष जारी रहेगा
किसान नेताओं ने कहा कि वे अपने अधिकारों की लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे। अगर 14 फरवरी की बैठक में सरकार का रवैया सकारात्मक नहीं रहा तो 25 फरवरी को दिल्ली कूच के लिए पूरी ताकत के साथ तैयार रहेंगे।