चंडीगढ़/अंबाला, 09 फरवरी: हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने दिल्ली नगर निगम उपचुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की हार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि चुनावों में पार्टियां हारती हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी ने खुद को कट्टर ईमानदार बताने का छलावा किया था। अब जनता को उनकी असलियत पता चल गई है, और सच-झूठ की इस लड़ाई में झूठ की हार हुई है।
“इंडी गठबंधन का अस्तित्व ही नहीं रहा”
दिल्ली चुनावों में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को झटका लगने के बाद इंडी गठबंधन की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए अनिल विज ने कहा, “इंडी गठबंधन की भिंडी बन गई है, अब इसका कोई अस्तित्व नहीं बचा। जो भी वहां आए, सब हार गए।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस द्वारा आम आदमी पार्टी के वोट बैंक में सेंध लगाने से यह साफ हो गया है कि गठबंधन सिर्फ नाम का था, जमीनी हकीकत कुछ और है।
“इंडी गठबंधन में दरार, पार्टनर ही एक-दूसरे पर उठा रहे सवाल”
वहीं, पंजाब कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा द्वारा मुख्यमंत्री भगवंत मान पर भाजपा में जाने की टिप्पणी करने पर भी अनिल विज ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि “यही इंडी मॉडल है, जहां एक पार्टनर ही दूसरे पार्टनर पर इस तरह की बातें कर रहा है।” हालांकि, विज ने यह भी कहा कि अभी गठबंधन के औपचारिक रूप से टूटने की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जुबानी हमले शुरू हो चुके हैं।
“कैमोफ्लेजिंग से ज्यादा दिन नहीं चलता, जनता ने असलियत देख ली”
आम आदमी पार्टी पर सीधा हमला बोलते हुए अनिल विज ने कहा कि पार्टी ने जनता को छलावा दिया और खुद को “कट्टर ईमानदार” बताया, जबकि अंदर से यह “कट्टर बेईमान” थे। दिल्ली चुनाव के नतीजों ने उनकी सच्चाई उजागर कर दी है। उन्होंने कहा, “यह प्रकृति का नियम है कि झूठ की ही हार होती है, और यही इन चुनावों में हुआ।”
गठबंधन की आगे की राजनीति पर सवाल
दिल्ली चुनाव परिणामों और बढ़ते आंतरिक मतभेदों के बाद इंडी गठबंधन का भविष्य अब संदेह के घेरे में आ गया है। मंत्री अनिल विज के बयान से यह साफ हो रहा है कि गठबंधन में अंदरूनी खींचतान चरम पर है और आने वाले समय में इसके और ज्यादा प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।