चंडीगढ़, 22 जनवरी: हरियाणा में वीटा ब्रांड के उत्पाद जल्द ही मधुमेह रोगियों के लिए भी उपलब्ध होंगे। सहकारिता, कारागार, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने हरियाणा डेयरी विकास फेडरेशन की समीक्षा बैठक के दौरान यह घोषणा की। उन्होंने वीटा को शुगर फ्री उत्पाद बनाने और उत्पादों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
घी की ब्रांडिंग और उत्पादन क्षमता में होगा इजाफा
डॉ. शर्मा ने कहा कि जींद प्लांट के घी की मांग लगातार बढ़ रही है। इसे देखते हुए प्लांट की उत्पादन क्षमता बढ़ाने और घी की ब्रांडिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि घी की गुणवत्ता को और बेहतर बनाकर इसे जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
करनाल में खाद्य उत्पादों की जांच प्रयोगशाला की स्थापना
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि करनाल में एक प्रदेश स्तरीय खाद्य जांच प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी। यह प्रयोगशाला राष्ट्रीय डेयरी विकास प्रोजेक्ट के तहत हरियाणा कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट हाउस में बनेगी। इससे प्रदेश के लघु, सूक्ष्म और बड़े उद्यमियों को लाभ होगा, और खाद्य उत्पादों की जांच तेज और सटीक तरीके से की जा सकेगी।
वीटा की ब्रांडिंग और उपभोक्ता विश्वास पर जोर
डॉ. शर्मा ने कहा कि वीटा उत्पादों की गुणवत्ता को और बेहतर बनाकर आमजन का भरोसा बढ़ाया जाएगा। उन्होंने सभी प्लांट्स में डिस्प्ले बोर्ड लगाकर उत्पादों की जानकारी प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। साथ ही, दूध उत्पादकों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करने की बात कही।
बैठक में प्रमुख अधिकारियों की भागीदारी
हरियाणा सिविल सचिवालय में आयोजित इस समीक्षा बैठक में फेडरेशन के एमडी रोहित यादव, महाप्रबंधक एसएस कोहली, संजय सेतिया, और सभी छह वीटा प्लांटों के सीईओ ने भाग लिया। दो घंटे चली इस बैठक में सिलसिलेवार तरीके से उत्पादों और प्लांट्स की समीक्षा की गई।
डॉ. शर्मा ने अधिकारियों से मिलकर काम करने और वीटा को एक भरोसेमंद ब्रांड बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हमें मिलकर वीटा उत्पादों को हरियाणा ही नहीं, पूरे देश में एक पहचान दिलानी है।”