दिल्ली,18 जनवरी : पंजाब 95 फिल्म के ट्रेलर को यूट्यूब से हटा लिया गया है, जिससे फिल्म के चारों ओर बढ़ते विवाद ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। यह फिल्म मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह कालरा के जीवन पर आधारित बताई जा रही है, जिन्होंने 1990 के दशक में पंजाब में पुलिस अत्याचारों और मानवाधिकार उल्लंघनों के खिलाफ आवाज उठाई थी। फिल्म के विषय के विवादित होने के कारण, अब ट्रेलर का हटाया जाना और भी सवाल खड़े कर रहा है।
क्यों हटाया गया ट्रेलर?
फिल्म के निर्माताओं और यूट्यूब द्वारा ट्रेलर हटाए जाने के पीछे कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि फिल्म पर लंबे समय से चल रहे राजनीतिक और कानूनी विवादों के कारण यह कदम उठाया गया। फिल्म के कथानक में पुलिस और प्रशासन की कथित भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं, जो कुछ समूहों और सरकारी तंत्रों के विरोध का कारण बने। यही कारण हो सकता है कि ट्रेलर को यूट्यूब से हटा लिया गया है, जिससे फिल्म के रिलीज के रास्ते में मुश्किलें उत्पन्न हो गई हैं।
फिल्म की पृष्ठभूमि
‘पंजाब 95’ फिल्म जसवंत सिंह कालरा के जीवन और संघर्ष की कहानी है, जो पंजाब के उस समय के अशांत दौर में मानवाधिकारों के लिए खड़े हुए थे। कालरा ने उन घटनाओं और मामलों को उजागर किया था, जहां पंजाब पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर और नागरिकों के खिलाफ अत्याचार के आरोप लगे थे। यह फिल्म उनके साहसिक संघर्ष और पुलिस द्वारा किए गए मानवाधिकार उल्लंघनों की सच्चाई को दर्शाती है। हालांकि, इस संवेदनशील विषय को लेकर फिल्म को सेंसर बोर्ड और अन्य संगठनों से आपत्तियां मिली हैं, जिनसे फिल्म की रिलीज पर संकट बढ़ गया है।