चंडीगढ़, 17 जनवरी – हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी ने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास कार्यालय में विभागीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में हुए फैसले की सराहना करते हुए कहा कि महिला सरपंचों को गांवों की ब्रांड एम्बेसडर बनाने का निर्णय “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को और सशक्त बनाएगा।
मंत्री ने अधिकारियों को इस योजना की रूपरेखा तैयार करने के लिए संबंधित विभागों से समन्वय करने के निर्देश दिए।
आंगनवाड़ी केंद्रों का उन्नयन प्राथमिकता पर
विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए मंत्री ने बताया कि अब तक हरियाणा में 4,000 आंगनवाड़ी केंद्रों को खेल-आधारित शिक्षा और पोषण केंद्रों में परिवर्तित किया गया है। अगले पांच वर्षों में 10,000 आंगनवाड़ी केंद्रों को सक्षम आंगनवाड़ी केंद्रों के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को पौष्टिक और स्वच्छ आहार उपलब्ध कराना विभाग की प्राथमिकता है। इसके तहत हरियाणा को “स्टंटिंग-मुक्त राज्य” बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मंत्री ने जानकारी दी कि 563 आंगनवाड़ी केंद्रों को अपग्रेड करने के लिए भारत सरकार से 563 लाख रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ है। साथ ही, 2,307 आंगनवाड़ी केंद्रों को अपग्रेड करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है।
लिंगानुपात में सुधार के लिए ठोस कदम
मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि राज्य में लिंगानुपात सुधारने के लिए अवैध गतिविधियों में संलिप्त डॉक्टरों, झोलाछाप डॉक्टरों और दलालों पर सख्ती की गई है। अब तक ऐसे मामलों में 4,000 गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। भविष्य में भी इस प्रकार की घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।