मुंबई/हिसार,17 जनवरी : प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता जयदीप अहलावत के पिता दयानंद अहलावत का 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे परिवार और प्रशंसकों में शोक की लहर है। दयानंद का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव खरकड़ा, हिसार में किया गया, जहां जयदीप ने उन्हें मुखाग्नि दी।
लंबे समय से बीमार थे दयानंद अहलावत
दयानंद पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज मुंबई में चल रहा था। उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद परिवार उन्हें उनके पैतृक गांव लेकर आया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
जयदीप और उनकी टीम ने जताया दुख
दयानंद अहलावत के निधन के बाद जयदीप की टीम ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, “जयदीप अहलावत के पिता के निधन की सूचना देते हुए हमें गहरा दुख हो रहा है। यह उनके और उनके परिवार के लिए एक कठिन समय है। परिवार एकांत में रहकर इस गहरे सदमे से उबरने की कोशिश कर रहा है।”
पिता से था गहरा जुड़ाव
जयदीप अहलावत का अपने पिता के साथ बेहद करीबी रिश्ता था। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उनके पिता ने उन्हें अभिनय के क्षेत्र में कदम रखने के लिए हमेशा प्रेरित किया। दयानंद और उनकी पत्नी दोनों सेवानिवृत्त शिक्षक थे और परिवार में शिक्षा और नैतिकता की गहरी जड़ें स्थापित कीं।
प्रशंसकों और सहकर्मियों ने व्यक्त की संवेदनाएं
जयदीप के प्रशंसकों और फिल्म उद्योग से जुड़े उनके सहकर्मियों ने सोशल मीडिया के जरिए संवेदनाएं व्यक्त की हैं। कई अभिनेताओं और निर्देशकों ने जयदीप और उनके परिवार को इस कठिन समय में शक्ति और सहानुभूति प्रदान करने की प्रार्थना की।
सफल करियर में पिता का बड़ा योगदान
‘गैंग्स ऑफ वासेपुर,’ ‘गब्बर इज बैक,’ और ‘पाताल लोक’ जैसे प्रोजेक्ट्स में अपनी अदाकारी से मशहूर हुए जयदीप ने अपने पिता के योगदान को हमेशा याद किया है। उन्होंने कहा था कि उनके पिता ने हर मुश्किल समय में उनका साथ दिया और अपने सपनों को साकार करने के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया।