चंडीगढ़, 14 जनवरी: हरियाणा सरकार ने गौवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिए विशेष बजट का प्रावधान किया है। प्रदेश के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने आज कहा कि सरकार की नीतियों के कारण अब हरियाणा में एक भी गोवंश बेसहारा नहीं रहेगा। गौशालाओं को सरकार की ओर से धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है।
महीपाल ढांडा हिसार की श्री गौशाला डेरी डाटा और नारनौंद की सातरोल गौशाला के वार्षिक उत्सव में गौभक्तों और सेवकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने गौ संवर्धन के लिए लगातार बजट में वृद्धि की है और सभी गौशालाओं को इस पहल का लाभ दिया जा रहा है।
भारत की उन्नति पर गर्व
शिक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है। सरकार की प्रभावशाली नीतियों के कारण आज भारत का नाम दुनिया में गूंज रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सरकार कड़ी मेहनत कर रही है।
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की अपील
शिक्षा मंत्री ढांडा ने भूमि की घटती उर्वरा शक्ति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अधिक मात्रा में रासायनिक खाद और दवाइयों के उपयोग से कृषि योग्य भूमि खराब हो रही है। इसे सुधारने के लिए प्राकृतिक खेती को अपनाना होगा। गाय के गोबर और मूत्र से बनी खाद के उपयोग को बढ़ावा देना आवश्यक है, जिससे न केवल भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ेगी, बल्कि कृषि लागत में भी कमी आएगी।
उन्होंने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा प्राकृतिक खेती के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और किसानों से आग्रह किया कि वे कुरुक्षेत्र जाकर प्राकृतिक खेती के मॉडल का अवलोकन करें। वहां की विधियों को अपनाकर वे खेती को अधिक लाभकारी बना सकते हैं।
भूमि और मानव स्वास्थ्य का सीधा संबंध
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज नई-नई बीमारियां लोगों को घेर रही हैं। इनसे बचने के लिए पहले भूमि का स्वास्थ्य सुधारना बेहद जरूरी है। प्राकृतिक खेती अपनाकर न केवल पर्यावरण संरक्षित होगा, बल्कि मानव स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।