नई दिल्ली,09 जनवरी : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। इस कड़ी में, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 9 जनवरी 2025 को एक महत्वपूर्ण कोर ग्रुप बैठक बुलाई है, जिसमें दिल्ली विधानसभा चुनाव की रणनीतियों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। यह बैठक भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित की जाएगी।
कोर ग्रुप बैठक में चर्चा के अहम मुद्दे
इस बैठक में जेपी नड्डा दिल्ली भाजपा के कोर ग्रुप के सदस्यों से मुलाकात करेंगे, जिसके बाद वह दिल्ली भाजपा चुनाव प्रबंधन समितियों के साथ एक और बैठक करेंगे। दिल्ली चुनाव के लिए लगभग 30 से 32 समितियों का गठन किया गया है, जिनमें से प्रत्येक समिति अपने-अपने क्षेत्रों से चुनावी फीडबैक प्रदान करेगी। इस बैठक में उम्मीदवारों की सूची पर चर्चा की जाएगी और चुनावी रणनीतियों का निर्धारण भी किया जाएगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा इस मौके पर पार्टी के चुनावी मैदान में जीत के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश और रणनीतियां साझा करेंगे।
पिछली बैठकें और तैयारियों का विवरण
इससे पहले, 18 दिसंबर 2024 को भाजपा की कोर कमेटी की बैठक हुई थी, जिसमें दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया था। इस समिति में दिल्ली भाजपा के सभी सांसद और प्रमुख नेता शामिल हैं, जो चुनावी रणनीतियों पर विचार करने के लिए नियमित बैठकें करते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखें
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी 2025 को होगा और परिणाम 8 फरवरी 2025 को घोषित किए जाएंगे। इस संबंध में आदर्श आचार संहिता पहले ही लागू की जा चुकी है, जिससे चुनावी गतिविधियों में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रतियोगिता का माहौल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप), कांग्रेस और भाजपा के बीच होने की उम्मीद है। “आप” ने पहले ही सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि कांग्रेस भी कुछ उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। हालांकि, भाजपा अभी तक अपनी उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं कर पाई है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि यह सूची जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी।
भाजपा की चुनावी सक्रियता
भाजपा ने अपनी चुनावी तैयारियों को मजबूती से गति दी है, और जेपी नड्डा की बैठक को इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। पार्टी की पूरी कोशिश है कि वह दिल्ली के चुनावी मैदान में अपनी स्थिति मजबूत करे और जनता के बीच अपनी चुनावी प्रस्तावों को प्रभावी रूप से पेश करे।
इस प्रकार, भाजपा की इस बैठक से पार्टी की चुनावी रणनीतियों के बारे में और अधिक स्पष्टता मिलने की उम्मीद है, जो दिल्ली विधानसभा चुनाव में उसकी सफलता को सुनिश्चित कर सके।