Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) 10 जनवरी को बैठक करेगी, जिसमें पार्टी के शेष उम्मीदवारों के नामों पर फैसला किया जाएगा। यह बैठक आगामी चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप देने और उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगी।
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य सीईसी सदस्य भी शामिल होंगे। इस बैठक के दौरान दिल्ली चुनाव के लिए शेष सीटों पर उम्मीदवारों के चयन को लेकर चर्चा की जाएगी और सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा।
पहली सूची में 29 उम्मीदवारों का नाम
भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची पहले ही जारी कर दी थी, जिसमें कुल 29 उम्मीदवारों के नाम थे। इस सूची में पार्टी ने राजधानी की कई महत्वपूर्ण सीटों पर उम्मीदवारों को उतारा है, जिससे दिल्ली विधानसभा चुनाव में बहुकोणीय मुकाबले की स्थिति उत्पन्न हो गई है। खासकर, आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगी मंत्री आतिशी की सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है।
इस बार, भाजपा ने अपनी पहली सूची में कई वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा है। करोल बाग से दुष्यंत गौतम, राजौरी गार्डन से मनजिंदर सिंह सिरसा और गांधी नगर से दिल्ली कांग्रेस के पूर्व प्रमुख अरविंदर सिंह लवली को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे और पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा को नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उतारा गया है।
भाजपा का चुनाव प्रचार और तैयारी तेज
भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार अभियान भी तेज कर दिया है। पार्टी ने अपनी प्रचार रणनीति को धार देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर उनकी कथित भूमिका को लेकर निशाना साधा है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में भ्रष्टाचार में लिप्त रहकर दिल्लीवासियों के विश्वास को तोड़ा है।
भाजपा का दावा है कि दिल्ली में ‘डबल इंजन’ वाली सरकार आएगी, जिससे दिल्ली के विकास में तेजी आएगी। पार्टी ने अपनी चुनावी रणनीति में शिक्षा, स्वास्थ्य, और दिल्लीवासियों की सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर जोर दिया है।
AAP और कांग्रेस के साथ त्रिकोणीय संघर्ष
इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस की ओर से भी कड़ी चुनौती देखने को मिल सकती है। जहां आम आदमी पार्टी अपने कार्यकाल में किए गए सुधारों को जनता के बीच लाकर तीसरी बार दिल्ली में सत्ता हासिल करने की कोशिश कर रही है, वहीं कांग्रेस भी अपनी सीटों को बचाने और भाजपा को चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में अब राजनीतिक जंग और भी तीव्र होती जा रही है। 5 फरवरी को होने वाले चुनाव में भाजपा, AAP और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है, और परिणाम 8 फरवरी को सामने आएंगे।