सिडनी, 5 जनवरी: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के निराशाजनक बल्लेबाजी प्रदर्शन के बाद, भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम Gambhir ने एक कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने खिलाड़ियों से घरेलू क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान देने की अपील की है, ताकि भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर हो सके।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद गंभीर का बयान
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में हुए मैच में भारत को छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा, जिसके साथ ही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत का दबदबा खत्म हो गया। इस हार के बाद भारतीय टीम ने सीरीज 3-1 से गंवा दी। Gambhir ने भारत की बल्लेबाजी के निराशाजनक प्रदर्शन पर चिंता जताई, जो इस हार का प्रमुख कारण साबित हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को टर्निंग ट्रैक और तेज सतहों पर संघर्ष करना पड़ा, जो टेस्ट क्रिकेट में उनकी असफलता का कारण बना।
घरेलू क्रिकेट पर जोर
Gambhir ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “मैं हमेशा कहता हूं कि सभी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए। इसे उतना ही महत्व दिया जाना चाहिए जितना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को। यदि खिलाड़ी लाल गेंद से क्रिकेट खेलने की प्रतिबद्धता रखते हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट का हिस्सा बनना चाहिए। घरेलू क्रिकेट की उपेक्षा करने से आपको कभी भी अच्छे टेस्ट खिलाड़ी नहीं मिलेंगे।”
युवाओं का उभार और दिग्गजों का प्रदर्शन
भारत की बल्लेबाजी में एक सकारात्मक पहलू यह रहा कि युवाओं का प्रदर्शन अच्छा रहा। यशस्वी जायसवाल (391) और नितीश कुमार रेड्डी (298) दोनों ने ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। हालांकि, दिग्गजों जैसे रोहित शर्मा (31), विराट कोहली (190), शुभमन गिल (93), ऋषभ पंत (255), और रवींद्र जडेजा (135) का प्रदर्शन भारत की बल्लेबाजी की कमजोरी को उजागर करता है।
भविष्य पर Gambhir की टिप्पणी
भारत की आगामी टेस्ट सीरीज को लेकर Gambhir ने अभी किसी भी भविष्यवाणी करने से बचते हुए कहा, “इस समय किसी भी खिलाड़ी के भविष्य के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी। हमारे पास योजना बनाने के लिए पांच महीने हैं। खेल में बहुत सी चीजें बदलती हैं, और जो भी होगा, वह भारतीय क्रिकेट के सर्वोत्तम हित में होगा।”
गंभीर के इस बयान से यह स्पष्ट है कि भारतीय क्रिकेट को मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए घरेलू क्रिकेट पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। आने वाले महीनों में भारतीय बल्लेबाजी में सुधार की उम्मीद है, विशेषकर युवाओं की ओर से जो भविष्य में भारत की सफलता का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकते हैं।