नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में ‘नमो भारत कॉरिडोर’ का उद्घाटन किया और इसके साथ ही साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक ट्रेन में सफर भी किया। इस उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने रोहिणी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिल्ली के भविष्य को लेकर अपनी सरकार के विकास दृष्टिकोण को साझा किया।
दिल्ली के भविष्य के बारे में पीएम मोदी का बड़ा बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “आने वाले 25 साल दिल्ली के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। ये 25 साल भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में देखेंगे और हम अपनी आंखों के सामने विकसित भारत की यात्रा को देख पाएंगे। विकसित भारत के इस सफर में दिल्ली का अहम योगदान होगा, क्योंकि दिल्ली को एक आधुनिक और समृद्ध शहर के रूप में विकसित करना हमारी प्राथमिकता है।”
दिल्लीवासियों से अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्लीवासियों से भाजपा को एक बार फिर मौका देने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह हम सभी का सपना है कि दिल्ली को विकसित भारत की राजधानी के रूप में विकसित किया जाए। बीते दस वर्षों में दिल्ली ने जो सरकार देखी है, वह किसी आपदा से कम नहीं रही। दिल्ली के लोग अब यह समझ चुके हैं और यही कारण है कि अब दिल्ली में एक ही आवाज गूंज रही है, ‘आपदा नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे’।”
उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में दिल्लीवासियों से भाजपा को समर्थन देने की उम्मीद जताई। मोदी ने यह भी कहा कि भाजपा ही दिल्ली का वास्तविक विकास कर सकती है, और पार्टी ने जो बेहतरीन उम्मीदवार उतारे हैं, वे दिल्ली का दिल जीतने के लिए तैयार हैं।
दिल्ली को आधुनिक बनाना भाजपा की प्राथमिकता
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि दिल्ली में जो भी बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं, उनकी जिम्मेदारी पूरी तरह से केंद्र सरकार के पास है। उन्होंने बताया कि दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क देशभर में सबसे बड़ा हो चुका है और इसे भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसके अलावा, मोदी ने दिल्ली के जाम और खराब माहौल को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे दिल्लीवासियों की परेशानियां बढ़ रही हैं, और यही कारण है कि दिल्ली को अब बदलाव की जरूरत है।
केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला और उन्हें झूठे आरोप लगाने वाला बताया। उन्होंने कहा, “केजरीवाल सरकार केंद्र सरकार पर झूठे आरोप लगाती रही है कि केंद्र पैसा नहीं देता। लेकिन, जब दिल्ली कोरोना संकट से जूझ रही थी, तब उनकी प्राथमिकता अपना ‘शीशमहल’ बनवाने पर थी। यह सरकार दिल्ली के विकास में रुचि नहीं रखती है।” मोदी ने कहा कि शीशमहल पर होने वाले खर्च को लेकर एक अखबार में जो खुलासा हुआ है, वह दिल्ली की जनता के लिए बहुत चौंकाने वाला है।