चंडीगढ़,04 जनवरी 2025। हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अफसरशाही को लेकर कड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ने सभी जिला उपायुक्तों (DC) और पुलिस अधीक्षकों (SP) को आदेश जारी किए हैं कि वे हर सप्ताह समन्वय बैठक बुलाकर गांवों की समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाएं। इसके अलावा, हर अधिकारी को महीने में एक बार गांव में रात्रि प्रवास करने का निर्देश भी दिया गया है, जहां वे ग्रामीणों से संवाद करेंगे और उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे।
इस प्रवास के दौरान अधिकारियों को ग्रामीणों के अनुसार गांवों के विकास का खाका तैयार करने को कहा गया है। हर महीने रात्रि प्रवास की रिपोर्ट मुख्य सचिव कार्यालय को भेजी जाएगी, जिससे सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों की वास्तविक समस्याओं का आंकलन करने में मदद मिलेगी।
10 जनवरी को रेंज IG-SP की बैठक बुलाई
मुख्यमंत्री ने 10 जनवरी को रेंज आईजी और जिला पुलिस अधीक्षकों (SP) की बैठक बुलाने का भी निर्णय लिया है। इस बैठक में राज्य की कानून व्यवस्था और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठक में डीजीपी शत्रुजीत कपूर, गृह सचिव सुमिता मिश्रा, और एडीजीपी भी शामिल होंगे।
हरियाणा में अपराध की बढ़ती दर
हरियाणा में कानून व्यवस्था की स्थिति पिछले कुछ वर्षों में गंभीर हो गई है। राज्य में बढ़ते अपराधों, खासकर राजनीतिक हत्याओं, रंगदारी, गैंगस्टरों के दबदबे और महिलाओं के खिलाफ अपराधों ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में राज्य में 1,020 हत्याएं दर्ज की गईं, और हर दिन लगभग तीन हत्याएं हो रही हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपराध की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है। 2022 में हरियाणा में महिलाओं के खिलाफ 16,743 अपराध दर्ज किए गए, जिनमें बलात्कार, बाल शोषण, अपहरण और छेड़छाड़ के मामले शामिल हैं। इसके अलावा, राज्य में प्रतिदिन औसतन 18 महिला अपराध दर्ज होते हैं, जो पिछले वर्ष के मुकाबले थोड़ा कम हैं।