गुरुग्राम: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने क्रीड़ा भारती की हरियाणा प्रांतीय इकाई द्वारा आयोजित वीर माता जीजाबाई प्रांत स्तरीय सम्मान समारोह में शिरकत की। इस कार्यक्रम में उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 और पैरालंपिक में भाग लेने वाले तथा पदक विजेता खिलाड़ियों की माताओं को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि माताएं किसी भी खिलाड़ी की पहली शिक्षक होती हैं। उन्होंने माता जीजाबाई का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी दूरदृष्टि और परिश्रम से देश को छत्रपति शिवाजी महाराज जैसा योद्धा मिला। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा मां के योगदान को सफलता के पीछे की सबसे बड़ी प्रेरणा मानते हैं।
हरियाणा की खेल नीतियां: सफलता का आधार
मुख्यमंत्री सैनी ने हरियाणा की खेल नीतियों को राज्य के खिलाड़ियों की सफलता का आधार बताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में खिलाड़ियों को न केवल बेहतर सुविधाएं दी जा रही हैं, बल्कि उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए ‘हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021’ लागू किए गए हैं। इसके तहत 550 नए पद सृजित किए गए और 224 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां दी गई हैं।
उन्होंने बताया कि हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है जहां पदक विजेता खिलाड़ियों को सबसे अधिक नकद पुरस्कार दिए जाते हैं। खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए 1,489 खेल नर्सरियां खोली गई हैं, जिनमें 37,225 युवा खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं।
पेरिस ओलंपिक 2024 में हरियाणा का दबदबा
मुख्यमंत्री ने बताया कि पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के कुल 6 पदकों में से 5 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते। वहीं, पैरालंपिक में भारत के कुल 29 पदकों में से 8 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने हासिल किए। यह उपलब्धियां हरियाणा की दूरदर्शी खेल नीतियों और खिलाड़ियों की मेहनत का परिणाम हैं।
खेल के क्षेत्र में मां की भूमिका
मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ी की सफलता में उसकी मां की भूमिका अहम होती है। उन्होंने कहा कि मां से बड़ा कोई कोच नहीं होता और मां का निस्वार्थ प्रेम ही बच्चे में साहस और अनुशासन पैदा करता है।
सरकार का खिलाड़ियों के प्रति समर्पण
इस मौके पर खेल राज्यमंत्री गौरव गौतम ने कहा कि पिछले एक दशक में खिलाड़ियों के लिए 592 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार खिलाड़ियों और उनके परिवारों के हित के लिए प्रतिबद्ध है।
सम्मान समारोह में उपस्थित गणमान्य
कार्यक्रम में उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह, गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर और क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल सैनी सहित अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने क्रीड़ा भारती की हरियाणा इकाई को इस अनूठी पहल के लिए 21 लाख रुपये की सहयोग राशि देने की भी घोषणा की।
हरियाणा: खेलों का गढ़
हरियाणा के खिलाड़ियों की उपलब्धियों और सरकार की नीतियों ने राज्य को खेलों का गढ़ बना दिया है। यह पहल भविष्य में भी राज्य के खिलाड़ियों को प्रेरित करने और उनकी माताओं का सम्मान बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करेगी।