चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने राज्य में किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के लिए मत्स्य पालन को प्राथमिकता देने का फैसला किया है। मत्स्य पालन मंत्री श्याम सिंह राणा ने गुरुवार को एक बैठक के दौरान बताया कि राज्य में फिश-फीड उत्पादन और झींगा पालन को प्रोत्साहित करने के लिए नई योजनाओं पर काम किया जाएगा।
मछली पालन से आय बढ़ाने पर जोर
मंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि मछली पालन योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचे और उन्हें इस क्षेत्र में नए अवसर मिलें। झींगा पालन जैसी गतिविधियां किसानों के लिए पारंपरिक खेती के साथ-साथ अतिरिक्त आय का एक प्रभावी स्रोत बन सकती हैं।”
फिश-फीड उत्पादन के लिए संयंत्रों की योजना
श्याम सिंह राणा ने अधिकारियों को राज्य में फिश-फीड उत्पादन बढ़ाने के लिए नई तकनीकों और संयंत्रों की स्थापना पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र प्रायोजित योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए एक ठोस रणनीति तैयार की जाएगी।
झींगा पालन को मिलेगा प्रोत्साहन
मंत्री ने झींगा पालन को किसानों के लिए लाभकारी बताते हुए कहा कि सरकार इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और प्रशिक्षण जैसी सुविधाएं प्रदान करेगी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को किसानों को इन योजनाओं की जानकारी देने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाने को कहा।
डिजिटलीकरण और नवाचार पर जोर
मंत्री ने मत्स्य पालन के क्षेत्र में नवाचार और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि मछली पालकों के डेटा को डिजिटल किया जाए ताकि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और गति लाई जा सके। इसके अलावा, वार्षिक बजट की तैयारी में किसानों की जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि का प्रयास
मंत्री ने कहा कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में सरकार के प्रयास न केवल किसानों की आय बढ़ाएंगे, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी गति देंगे। उन्होंने अधिकारियों को हरियाणा के किसानों के लिए लाभकारी योजनाओं पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए।
हरियाणा सरकार की यह पहल राज्य के मछली पालकों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि मत्स्य पालन पर ध्यान केंद्रित करके राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है।