चंडीगढ़ : हरियाणा की राजनीति में एक अनोखा और दिलचस्प वाकया देखने को मिला जब हरियाणा महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष सुमन दहिया ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से अपने लिए नहीं, बल्कि किसी और के लिए पद की मांग की। यह मांग इतनी रोचक थी कि मुख्यमंत्री भी इसे सुनकर मुस्कुरा उठे।
सुमन दहिया ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह उनकी “बहन” सुमन सैनी को हरियाणा रेडक्रॉस समिति का उपाध्यक्ष बना दें। मुख्यमंत्री ने जब पूछा कि वह किस सुमन सैनी की बात कर रही हैं, तो दहिया ने जवाब दिया कि यह उनकी “बहन” और मुख्यमंत्री की पत्नी सुमन सैनी हैं। इस जवाब पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हंसी नहीं रोक सके।
रेडक्रॉस समिति और इसके महत्व पर एक नजर
रेडक्रॉस समिति का हरियाणा और देशभर में एक मजबूत नेटवर्क है। यह संस्था न केवल प्राकृतिक आपदाओं और आपातकालीन परिस्थितियों में राहत पहुंचाती है, बल्कि समाज में कमजोर वर्गों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए भी काम करती है। रेडक्रॉस द्वारा संचालित 700 से अधिक शाखाएं पूरे देश में सक्रिय हैं, जो मानवीय कार्यों के जरिए समाज में बदलाव लाने का प्रयास करती हैं।
रेडक्रॉस का ऐतिहासिक योगदान
रेडक्रॉस समिति की स्थापना 1920 में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी एक्ट के तहत हुई थी। यह दुनिया के सबसे बड़े मानवतावादी संगठन, अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट मूवमेंट का सदस्य है। समिति का मिशन मानवता को प्रेरित करना, पीड़ा को कम करना और एक शांतिपूर्ण समाज की स्थापना में योगदान देना है।
समिति न केवल आपदा राहत का काम करती है, बल्कि कौशल विकास कार्यक्रम और ट्रेनिंग कोर्स के माध्यम से रोजगार के अवसर भी प्रदान करती है। सरकार भी रेडक्रॉस के अभियानों में आर्थिक और प्रशासनिक सहायता प्रदान करती है।
अतीत से वर्तमान तक: मुख्यमंत्री की पत्नी और रेडक्रॉस समिति
रेडक्रॉस समिति के उपाध्यक्ष पद पर हरियाणा के मुख्यमंत्री की पत्नी को नियुक्त करने की परंपरा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पत्नी आशा हुड्डा भी इस पद पर कार्य कर चुकी हैं। इस परंपरा को ध्यान में रखते हुए सुमन दहिया ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से उनकी पत्नी को इस पद पर नियुक्त करने का निवेदन किया।
सुमन दहिया का अनुरोध क्यों है खास?
राजनीति में अक्सर नेता अपने लिए या अपनी पसंद के व्यक्तियों के लिए पद मांगते नजर आते हैं। लेकिन सुमन दहिया ने जिस तरह मुख्यमंत्री की पत्नी के लिए इस पद की मांग की, वह इस पूरे प्रकरण को दिलचस्प बनाता है।
अब यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस मांग पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या सुमन सैनी रेडक्रॉस समिति की उपाध्यक्ष बनती हैं या नहीं।