पंचकूला। हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय विभाग (ULB) में आज बड़ा दिन है। पंचकूला मुख्यालय में नगर निगम और नगर पालिकाओं के मेयर और प्रधान पदों के लिए आरक्षण तय करने हेतु ड्रा निकाला जाएगा। यह प्रक्रिया 8 नगर निगमों और 34 नगर निकायों के चुनावों से पहले की महत्वपूर्ण कड़ी है।
आरक्षण की प्रक्रिया
ड्रा के माध्यम से यह तय होगा कि मेयर और प्रधान पद महिला, अनुसूचित जाति (एससी), पिछड़ा वर्ग (बीसी), या सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित होंगे। यह प्रक्रिया इच्छुक उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे चुनावी रणनीति तय होगी।
22 जिलों के अधिकारी पंचकूला में मौजूद
आरक्षण प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए 22 जिलों के सभी संबंधित अधिकारियों को पंचकूला मुख्यालय बुलाया गया है। इसके अलावा, राज्य के सभी नगर निगमों और निकायों से संबंधित रिकॉर्ड को प्रक्रिया में शामिल किया गया है।
चुनाव प्रक्रिया
इससे पहले, निकायों में वार्डों का आरक्षण किया गया था। इसके बाद, वार्ड सीमांकन पर आपत्तियां मंगाई गईं। आपत्तियों की समीक्षा के बाद सीमांकन को अंतिम रूप दिया जाएगा। इन प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद चुनाव का शेड्यूल जारी किया जाएगा।
चुनाव दो चरणों में होंगे
हरियाणा में निकाय चुनाव दो चरणों में कराए जाएंगे। यह चुनाव राज्य के शहरी विकास में अहम भूमिका निभाएंगे, क्योंकि नगर निगम और पालिकाओं की नीतियां शहरों के विकास को गति देती हैं।
ड्रा का महत्व
ड्रा की घोषणा के बाद ही यह तय होगा कि कौन से वार्ड और पद किस वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इससे चुनाव लड़ने की इच्छुक महिलाओं और अन्य आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को स्पष्टता मिलेगी।
चुनावी माहौल गर्माया
ड्रा प्रक्रिया और चुनाव की तैयारियों ने राज्य में चुनावी माहौल को गर्म कर दिया है। राजनीतिक दल और निर्दलीय उम्मीदवार सक्रिय हो गए हैं, और आरक्षण प्रक्रिया का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
हरियाणा के इन निकाय चुनावों का असर स्थानीय प्रशासन और शहरी विकास की नीतियों पर दूरगामी होगा। अब सभी की नजरें पंचकूला मुख्यालय में आज होने वाली बैठक पर टिकी हैं।