फतेहाबाद, 22 दिसंबर: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी न तो लोकतंत्र में विश्वास रखती है, न ही संविधान में। उन्होंने भाजपा को दलित, किसान और नागरिक विरोधी बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार आंदोलनरत किसानों से बातचीत करने के बजाय उन पर दमनकारी रवैया अपना रही है।
सैलजा ने फतेहाबाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि भाजपा की सरकार पूरी तरह से झूठ बोलने और वादों से मुकरने वाली सरकार है, जिसने किसानों और आम नागरिकों के हितों के खिलाफ काम किया है। उनका कहना था कि सत्ता पक्ष ने संसद परिसर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की और उल्टा एफआईआर राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज करवा दी। कुमारी सैलजा ने इसे “उल्टा चोर कोतवाल को डाटे” करार दिया और लोकसभा अध्यक्ष से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
संसद परिसर में हुई धक्का-मुक्की पर कुमारी सैलजा का बयान
कुमारी सैलजा ने संसद परिसर में हुई घटना पर विस्तार से बात करते हुए कहा, “हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे और भाजपा सांसदों ने हमें धक्का दिया। इस दौरान हमारे नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी गिर गए, लेकिन आरोप हम पर लगाया गया और एफआईआर भी हम पर ही दर्ज करवाई गई।” उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकसभा अध्यक्ष के निर्देशों का उल्लंघन किया और सत्ता पक्ष के सांसदों ने अनुशासनहीनता दिखाते हुए संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाई।
भाजपा पर बढ़ते सवाल और किसानों के मुद्दे पर कुमारी सैलजा का हमला
कुमारी सैलजा ने भाजपा के द्वारा किए गए वादों की पोल खोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसानों के साथ लगातार विश्वासघात कर रही है। उन्होंने बताया, “दो साल पहले भाजपा ने एमएसपी को कानूनी दर्जा देने का वादा किया था, लेकिन आज तक उस वादे को पूरा नहीं किया गया। किसानों को समय पर बीज और खाद नहीं मिल रहा है, और प्राइवेट कंपनियां उन्हें लूटने में लगी हुई हैं।”
इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि डीएपी खाद का संकट आज भी जारी है और उसकी कीमतें बढ़ा दी गई हैं, जिससे किसानों को और अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। “सरकार ने किसानों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। अब तो किसानों को बातचीत के लिए भी समय नहीं मिल रहा है।”
भाजपा की ‘ओछी राजनीति’ और आर्थिक असमानता पर कांग्रेस का हमला
कुमारी सैलजा ने भाजपा की राजनीति को “ओछी” करार देते हुए कहा कि भाजपा केवल वायदों तक ही सीमित है और इन वादों को पूरा करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। उन्होंने कहा, “सिरसा में मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास की कई बार घोषणा की गई, लेकिन आज तक उसका निर्माण नहीं हुआ। यह भाजपा के झूठे वादों का उदाहरण है।”
उन्होंने हरियाणा में बढ़ती गरीबी की ओर इशारा करते हुए कहा, “केंद्र सरकार गरीबों के कल्याण की बात करती है, लेकिन हरियाणा में 70 प्रतिशत परिवार बीपीएल (Below Poverty Line) हैं। ऐसे में भाजपा किस तरह से गरीबों को न्याय दे रही है?” कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा धर्म और जाति की राजनीति करके देश में अशांति पैदा कर रही है और संविधान विरोधी काम कर रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री पर आरोप और आगामी आंदोलन की चेतावनी
कुमारी सैलजा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी हमला बोला, खासकर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति उनके अपमान को लेकर। उन्होंने कहा, “हम इसे सहन नहीं कर सकते। भाजपा ने जिस तरह से बाबा साहेब का अपमान किया है, वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। हम अब हर गांव, हर गली में जाएंगे और भाजपा का संविधान विरोधी व जनविरोधी चेहरा लोगों के सामने लाएंगे।”
कांग्रेस की विधानसभा चुनावों में हार पर मंथन
कांग्रेस की विधानसभा चुनावों में हार पर कुमारी सैलजा ने कहा, “हमने हार के कारणों पर मंथन किया है। कुछ सीटों पर बागी खड़े हुए थे और कुछ सीटों पर टिकट वितरण सही नहीं हुआ था, जैसा दीपक बाबरिया ने भी कहा।” उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी पार्टी में सुधार की दिशा में काम कर रही है और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार है।