कुवैत, 22 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कुवैत के गल्फ स्पिक लेबर कैंप का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय श्रमिकों से सीधी बातचीत की और उनके योगदान को सराहा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने भारत के विकास में उनके योगदान को अहम बताते हुए, श्रमिकों की आकांक्षाओं को “विकसित भारत 2047” के विजन से जोड़ा।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय श्रमिकों की कठिनाइयों और उनकी मेहनत को सराहा। उन्होंने कहा, “मैं यह मानता हूं कि हर भारतीय श्रमिक की आकांक्षाएं सिर्फ उनके व्यक्तिगत जीवन तक सीमित नहीं होतीं, बल्कि वे अपने देश और अपने गांव के लिए भी बड़े सपने देखते हैं। यह आकांक्षा ही भारत की ताकत है।” प्रधानमंत्री मोदी ने श्रमिकों से यह भी कहा कि वे इस विकास की यात्रा में अपने देश के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मेरे देश के श्रमिक भाई जो इतनी दूर काम करने आए हैं, वे यह भी सोचते हैं कि उनके गांव में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कैसे बनाया जा सकता है। यही विचारशीलता और दृष्टिकोण, भारत को एक महान राष्ट्र बनने में मदद करेगा।” इसके साथ ही उन्होंने भारतीय किसानों और मजदूरों के संघर्ष को भी सराहा, जो दिन-रात देश की प्रगति के लिए मेहनत करते हैं।
कड़ी मेहनत का महत्व और व्यक्तिगत प्रेरणा
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय श्रमिकों की मेहनत और समर्पण को देखकर अपनी व्यक्तिगत प्रेरणा साझा की। उन्होंने कहा, “जब मैं हमारे किसान और मजदूरों को कड़ी मेहनत करते देखता हूं, तो मुझे लगता है कि मुझे भी और अधिक मेहनत करनी चाहिए। अगर वे 10 घंटे काम करते हैं, तो मुझे भी 11 घंटे काम करना चाहिए।” प्रधानमंत्री ने उदाहरण देते हुए बताया कि उनके लिए देश 140 करोड़ परिवारों के समान है, और यह प्रेरणा उन्हें और अधिक काम करने के लिए प्रेरित करती है।
उन्होंने भारतीय श्रमिकों को यह भी याद दिलाया कि उनके कठिन काम की वजह से भारत ने वैश्विक स्तर पर सफलता प्राप्त की है, और उनकी मेहनत का यह योगदान इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।
भारत की तकनीकी उन्नति और डेटा कनेक्टिविटी
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय श्रमिकों से बातचीत के दौरान भारत में तेजी से बढ़ी तकनीकी उन्नति का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “भारत में आज दुनिया में सबसे सस्ती डेटा दरें हैं, जो भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी को बेहद सस्ता और सुगम बनाती हैं। इससे हर भारतीय को अपने परिवार से जुड़ने में सहूलियत होती है।” उन्होंने यह भी कहा कि अब लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने परिवार से हर शाम बातचीत कर सकते हैं, और यह सब बहुत कम लागत पर संभव हो पाया है।
प्रधानमंत्री मोदी की कुवैत यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत राज्य के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के निमंत्रण पर कुवैत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। यह यात्रा पिछले 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की कुवैत की पहली यात्रा है। पीएम मोदी के आगमन पर कुवैत के पहले उप प्रधानमंत्री और रक्षा एवं आंतरिक मंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबाह, विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी की कुवैत यात्रा का उद्देश्य भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करना, श्रमिकों की भलाई और कुवैत में भारतीय समुदाय के योगदान को सम्मानित करना है। यात्रा के दौरान कुवैत में भारतीय समुदाय के लोग भी उत्साह से भरे हुए थे, जिन्होंने शेख साद अल अब्दुल्ला इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित सामुदायिक कार्यक्रम ‘हला मोदी’ में प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।