चंडीगढ़,18 दिसंबर (गर्ग)। पंजाब में किसान आंदोलन के समर्थन में आज 48 स्थानों पर रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। किसान दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक रेलवे ट्रैक पर बैठेंगे। यह प्रदर्शन मुख्य रूप से अमृतसर, जालंधर और होशियारपुर जिलों में केंद्रित होगा। किसानों के इस आंदोलन की घोषणा 14 दिसंबर को किसान नेता सरवन पंधेर ने की थी।
डल्लेवाल के समर्थन में SKM की आपात बैठक
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत आंदोलन के चलते संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आज चंडीगढ़ स्थित किसान भवन में आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक दोपहर 2 बजे होगी, जिसमें डल्लेवाल के संघर्ष को समर्थन देने का निर्णय लिया जा सकता है। इसके बाद शाम 7 बजे किसान नेताओं का गवर्नर से मिलने का कार्यक्रम तय है।
डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत को देखते हुए यह बैठक पहले निर्धारित समय से पहले बुलाई गई है। डॉक्टरों के अनुसार, डल्लेवाल को लीवर और किडनी की समस्या के साथ साइलेंट अटैक का खतरा बढ़ गया है।
डल्लेवाल की सेहत बेहद नाजुक
23 दिनों से मरणव्रत पर बैठे डल्लेवाल की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि भोजन ग्रहण न करने के कारण उनका चेहरा पीला पड़ गया है और उनकी नजर कमजोर हो रही है। स्वास्थ्य स्थिति खराब होने के कारण मंगलवार को वे अपने कमरे से बाहर नहीं निकले।
किसानों ने हाई पावर कमेटी की बैठक को ठुकराया
हाई पावर कमेटी ने किसानों को पंचकूला में वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन किसानों ने बैठक में जाने से इनकार कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि वे केवल केंद्र सरकार से ही वार्ता करेंगे।
16 दिसंबर को निकाला गया था ट्रैक्टर मार्च
16 दिसंबर को किसानों ने हरियाणा में ट्रैक्टर मार्च निकालकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी और अन्य जिलों में किसानों ने मिनी सचिवालय पहुंचकर प्रशासन को अपनी मांगें सौंपी थीं।
शंभू बॉर्डर पर लगातार प्रदर्शन
शंभू बॉर्डर पर किसानों ने 6, 8 और 14 दिसंबर को दिल्ली की ओर मार्च करने की कोशिश की थी, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, जिससे कई किसान घायल हो गए।
समर्थन में जत्थेदार और कलाकार पहुंचे
मंगलवार को दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और पंजाबी सिंगर रेशम अनमोल ने डल्लेवाल से मुलाकात की। उन्होंने किसान आंदोलन को अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया। इससे पहले पटियाला के एसएसपी और डीसी ने भी डल्लेवाल से बातचीत की थी।
आंदोलन का उद्देश्य
किसानों का यह आंदोलन कृषि से जुड़े मुद्दों और सरकार द्वारा उनकी मांगों को अनदेखा करने के विरोध में है। रेल रोको आंदोलन के जरिए वे अपनी आवाज को बुलंद करना चाहते हैं और सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।