चंडीगढ़, 13 दिसंबर(गर्ग) : हरियाणा से भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) की प्रत्याशी रेखा शर्मा ने राज्यसभा उपचुनाव में निर्विरोध सांसद का पद प्राप्त किया है। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने और अंतिम तिथि 13 दिसंबर को नामांकन वापसी के बाद रेखा शर्मा को विजयी घोषित किया गया। उनका कार्यकाल 2028 तक रहेगा।
रेखा शर्मा की जीत पर खुशी का माहौल
रेखा शर्मा को विजयी घोषित किए जाने के मौके पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता भी उपस्थित थे। रिटर्निंग अधिकारी आईएएस अशोक कुमार मीणा ने उन्हें जीत का सर्टिफिकेट सौंपा। रेखा शर्मा की जीत पहले से ही सुनिश्चित मानी जा रही थी, क्योंकि हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास 48 विधायकों का बहुमत है और तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। उन्होंने 10 दिसंबर को नामांकन दाखिल किया था, और इसके बाद उनकी विजय में कोई बाधा नहीं आई।
भाजपा का राज्यसभा में वर्चस्व
हरियाणा राज्यसभा की कुल पांच सीटों में से चार पर भाजपा का कब्जा है। रेखा शर्मा के अलावा सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा, और किरण चौधरी भी राज्यसभा सांसद हैं। इसके अलावा, भाजपा समर्थित निर्दलीय सांसद कार्तिकेय शर्मा भी राज्यसभा में चुने गए हैं, जिससे भाजपा के राज्यसभा में प्रभावी वर्चस्व की पुष्टि होती है।
राजनीतिक सफर की शुरुआत
1964 में उत्तराखंड में जन्मीं रेखा शर्मा ने पॉलिटिकल साइंस में डिग्री प्राप्त की और मार्केटिंग व एडवर्टाइजिंग में डिप्लोमा किया। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और हरियाणा के पंचकूला में भाजपा की जिला सचिव के रूप में कार्य किया। इसके साथ ही, उन्होंने पार्टी के मीडिया विभाग का भी कार्यभार संभाला।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षता
रेखा शर्मा की संगठनात्मक कुशलता और मीडिया प्रबंधन में अनुभव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग का चेयरपर्सन नियुक्त किया। उनके कार्यकाल को 2018 में फिर से बढ़ाया गया, और उन्होंने करीब नौ वर्षों तक इस पद पर कार्य किया। उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय महिला आयोग ने कई सामाजिक और महिला सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर काम किया।