चंडीगढ़: हरियाणा में आम आदमी पार्टी (AAP) ने आगामी निकाय चुनावों में अपने चुनाव चिन्ह पर अकेले लड़ने का फैसला लिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि पार्टी निकाय चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है और जनता का समर्थन प्राप्त करने के लिए रणनीति बना चुकी है।
सुशील गुप्ता ने यह भी कहा कि अगर हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन होता, तो परिणाम पूरी तरह से अलग होते। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हाईकमान गठबंधन के पक्ष में था, लेकिन हरियाणा के स्थानीय कांग्रेस नेताओं की वजह से यह गठबंधन नहीं हो सका, जिसका असर चुनाव परिणामों पर पड़ा।
किसानों के मुद्दे पर दिया समर्थन
किसानों के मुद्दे पर बात करते हुए गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, “किसानों को दिल्ली जाने से रोकना पूरी तरह से गलत है। हम किसानों के अधिकारों के लिए हमेशा आवाज उठाते रहेंगे।”
उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा में किसानों को लगातार अनदेखा किया जा रहा है और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
निकाय चुनाव की तैयारी
सुशील गुप्ता ने बताया कि पार्टी ने निकाय चुनावों के लिए मजबूत रणनीति तैयार कर ली है। उन्होंने भरोसा जताया कि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी नगर निकाय चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन करेंगे। पार्टी की नीतियों और विकास कार्यों के दम पर वे जनता का विश्वास जीतने में सफल होंगे।
आम आदमी पार्टी की यह घोषणा हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य को नया मोड़ दे सकती है। निकाय चुनावों में आप के अकेले उतरने से अन्य राजनीतिक दलों को भी अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।