शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने पंजाब की भगवंत मान सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर किसानों और मजदूरों की आवाज दबा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार मीडिया को रोकने का प्रयास कर रही है, जो कि उनकी नीतियों और मंशा को उजागर करता है।
पंढेर ने कहा, “हम पहले से कहते आए हैं कि भगवंत मान सरकार केंद्र सरकार के साथ मिली हुई है। आज जिस तरह से मीडिया को रोका जा रहा है, यह सरकार के चेहरे को बेनकाब करता है। अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान को इस पर सफाई देनी चाहिए।”
मीडिया पर रोक का आरोप
किसान नेता का कहना है कि अगर आम आदमी पार्टी (AAP) सच में किसानों और मजदूरों के साथ है, तो फिर मीडिया को क्यों रोका जा रहा है? उन्होंने भगवंत मान सरकार पर आरोप लगाया कि वह केंद्र सरकार के कार्यों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है।
पंढेर ने कहा, “पहले हम केवल केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे, लेकिन अब हमें राज्य सरकार से भी निपटना होगा। पंजाब सरकार ने किसानों के हितों के खिलाफ काम करके अपनी सच्चाई उजागर कर दी है।”
किसान आंदोलन को नया मोड़?
सरवन सिंह पंढेर के इस बयान ने पंजाब सरकार और किसान संगठनों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। किसान नेता अब केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकार को भी निशाने पर ले रहे हैं, जो राज्य की राजनीति में नए समीकरण पैदा कर सकता है।