बकाया भुगतान और अन्य मांगो के लिए प्रदेश भर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के कहने पर निजी अस्पतालों ने आयुष्मान और चिरायु कार्ड के लाभार्थियों का उपचार करना बंद कर दिया है
इससे मरीजों को अपना उपचार कराने में परेशानी हो रही है। मरीजों का कहना है कि सरकार ने योजना बनाई है लेकिन इसके बाद भी उन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। सोमवार को निजी अस्पतालों के गेट के बाहर नोटिस भी चस्पा दिखाई दिए। जिन पर लिखा था कि हरियाणा सरकार द्वारा अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन करने पर निजी अस्पतालों में चिरायु और आयुष्मान कार्ड धारकों का उपचार नहीं किया जाएगा।
इस नोटिस को पढ़ने के बाद कुछ मरीज तो घर को लौट गए तो वहीं कुछ मरीजों ने आयुष्मान योजना के लाभपात्र होने के बावजूद पैसे देकर अपना उपचार करवाया। तो वहीं चिकित्सकों का कहना था कि सरकार की हिदायत के अनुसार 15 दिन के भीतर ही आयुष्मान व चिरायु संबंधी बिलों का भुगतान होना चाहिए लेकिन सरकार की ओर से छह महीने से उनका भुगतान लंबित पड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बिलों को जो भुगतान किया जाता है।