संधीर रोड के बनने से मृतकों की अंत्येष्टि के लिए आने जाने में हो रही दिक्कतें दूर होंगी। वहीं नीलोखेड़ी के आधा दर्जन गांवों के साथ इंद्री हलके से जुड़ने का रास्ता भी सुगम हो जाएगा। इसी सड़क पर थाना बुटाना और नवनिर्मित उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी है। विभागीय अनदेखी के चलते सड़क की गुणवत्ता पर संशय है। वहीं इस सड़क के दोनों ओर होने वाले जलनिकासी के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किया जा रहा है।
जनहित सोसायटी के हरविंद्र शर्मा व पंकज बख्शी और श्मशान भूमि सुधार सभा के ईश कोपड़ा ने बताया कि कई वर्षों की मांग के बाद बन रही यह सड़क ज्यादा दिन नहीं चल पाएगी, क्योंकि जीटी रोड टी-प्वाईंट से श्मशान भूमि तक की सडक़ के दोनों ओर बरसाती पानी के निकलने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। बरसात के दिनों में करीबन 500 मीटर के इस टुकड़े के आसपास भारी जलभराव कर्ई दिनों तक रहता है।
तारकोल से बनी इस सड़क को काफी नुकसान हो सकता है। इस टुकड़े को तारकोल की बजाय स्लैब से बनाया जाए तथा जीटी रोड के समीप पानी निकासी के लिए दो पाइप भी डाले जाने चाहिए।