हाईटेंशन तार की चपेट में आए मृतक युवक की पहचान 21 वर्षीय रोहित कुमार के रूप में हुई। वह पिलाई गांव छतीसगढ़ का निवासी है। उक्त जानकारी मृतक के नाना डीपी वर्मा ने दी।
उन्होंने बताया कि रोहित छठी कक्षा तक पढ़ा-लिखा था। बचपन से ही वो बढ़ा शरारती था। वो कोई काम नहीं करता था। इसलिए परिजनों ने उसे अमृतसर में रिश्तेदारों के पास जाने को कहा था। उसे शराब पीने की आदत थी, लेकिन वो कैसे हाईटेंशन तारों की चपेट में आ गया, यह समझ से परे है।
मृतक के परिजन छतीसगढ़ से चल पड़े हैं जोकि बुधवार सुबह अंबाला पहुंच जाएंगे। अब इस मामले में जीआरपी ने रेलवे डाॅक्टर पर लापरवाही के आरोप जड़े हैं। जीआरपी प्रभारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि हादसा शाम लगभग 5 बजे प्लेटफार्म 1 पर हुआ था। लेकिन एक घंटे तक रेलवे डाक्टर ही नहीं आया। जब वो आया तो युवक की हालत काफी खराब हो चुकी थी। इस दौरान यह भी जानकारी सामने आई कि रेलवे की एंबुलेंस खराब थी तो घायल को समय पर अस्पताल भी नहीं पहुंचाया जा सका।
दरअसल सोमवार शाम को मृतक प्लेटफार्म एक पर लगे बिजली के खंभे पर चढ़ गया था। जब उसने हाईटेंशन तारों पर पैर रखा तो अचानक धमाके साथ वो रेलवे लाइन पर गिर गया। मौके पर मौजूद आरपीएफ प्रभारी जावेद खान ने उसे तुरंत रेलवे लाइन से उठाकर प्लेटफार्म एक पर रखा और मामले की जानकारी स्टेशन मास्टर को दी।