अनाज मंडी में सरसों की आवक दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकारी खरीद शुरू न होने से किसानों को अपनी सरसों औने-पौने दामों पर बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है। इससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। किसान राजेश शर्मा, अनिल कुमार, तरसेम आदि ने बताया कि सरसों की फसल पककर तैयार है और किसान अपनी फसल को बिकवाली के लिए अनाज मंडी में लेकर आ रहे है लेकिन अनाज मंडी में सरसों की सरकारी खरीद शुरू न होने से किसानों प्रति एकड़ आठ से 10 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। किसानों ने बताया कि सरकार ने सरसों का समर्थन मूल्य 5650 रुपये तय किया हुआ है, लेकिन अनाज मंडी में प्राइवेट खरीदार सरसों को 4500 से 4700 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद रहे हैं।