अंबाला में एक बार फिर से लिंगानुपात सुधर रहा है। 953 के आंकड़े से शुरूआत करते हुए अंबाला ने प्रदेश में पांचवां स्थान हासिल किया है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रचार के साथ विभिन्न क्षेत्रों में दबिश भी दी जा रही है। जिससे लिंगानुपात में सुधार आ रहा है। विभाग ने अब दूसरे राज्यों जैसे पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी दबिश देनी शुरू कर दी है। जिससे भ्रूण लिंग जांच करवाने वालों पर लगाम कस रही है। वहीं सबसे बेहतर लिंगानुपात वाली ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहन के लिए पुरस्कार राशि भी दी जा रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्र में भी लिंगानुपात में सुधार होगा। वहीं विभाग की ओर से लिंगानुपात को लेकर कार्यशालाएं भी करवाई जाती है। वर्ष 2023 में जिला अंबाला में 1000 लड़कों पर 919 लड़कियां थी तो वहीं इस वर्ष की शुरूआत 953 के आंकड़े के साथ हुई है। विभाग की ओर से बेहतर लिंगानुपात वाली ग्राम पंचायताें को डेढ़ लाख रुपये की राशि दी जाती है। ये राशि उस ग्राम पंचायत के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 10 वीं कक्षा में प्रथम तीन स्थानों पर आने वाली छात्राओं को दी जाती है। जिनमें स्कूल में प्रथम स्थान पर रहने वाली छात्रा को 75 हजार रुपये, दूसरे स्थान पर आने वाली छात्रा को 45 हजार रुपये और तीसरा स्थान हासिल करने वाली छात्रा को 30 हजार रुपये की राशि दी जाती है। वर्ष 2022 में 1000 के बेहतरीन आंकड़े के साथ साहा सबसे बेहतर लिंगानुपात वाली ग्राम पंचायत बना है। इससे पहले वर्ष 2021 में 1133 के आंकड़े के साथ सबसे बेहतरीन लिंगानुपात वाली ग्राम पंचायत रही थी। वर्ष 2023 के आंकड़े आने अभी बाकी है।