मुख्यमंंत्री उड़नदस्ते की टीम ने चौड़मस्तपुर के बिजली निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यालय में सात कर्मी हाजिर मिले, जबकि जेई समेत चार देरी से पहुंचे। वहीं एक एसडीओ के संबंध में बताया गया कि वो कोर्ट के कार्य से पंचकूला गए हैं। पूछताछ में देरी से पहुंचे कर्मी टीम के समक्ष सफाई देते नजर आए। कर्मचारियों ने बताया कि किसान आंदोलन के कारण उन्हें आने में देरी हो गई।
निरीक्षण के दौरान टीम ने कार्यालय का रिकार्ड खंगाला तो पाया कि 20 अक्तूबर 2023 से सात फरवरी 2024 तक बिल रिवीजन से संबंधित 11 केस और सीएम विडों पर चार शिकायतें लंबित हैं, जिनमें से तीन शिकायतें प्रक्रियाधीन व एक शिकायत समय अवधि से बाहर मिलीं। इसमें एसडीओ चौड़मस्तपुर गौतम के विरुद्ध ट्यूबवेल कनेक्शन जारी न करने के संबंध में दो शिकायतें, रिपेयर किए हुए सामान के बिलों की राशि का भुगतान न करने की एक शिकायत और ट्यूबवेल का कनेक्शन रद्द करने की एक शिकायत लंबित मिली।
मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने जांच में पाया कि एक मार्च 2023 से 23 फरवरी 2024 तक ट्यूबवेल के नए कनेक्शन के 83 आवेदन प्राप्त हुए जो कि अभी तक लंबित पाए गए। वहीं एक अप्रैल 2023 से 23 फरवरी 2024 तक ट्यूबवेल के कनेक्शन में नाम बदलवाने से संबंधित 69 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 33 आवेदन स्वीकृत हुए और 36 आवेदन अस्वीकृत किए हुए पाए गए। एक अप्रैल 2019 से लेकर 23 फरवरी 2023 तक ट्यूबवेल के नए कनेक्शन से संबंधित 308 आवेदन प्राप्त हुए थे जिनमें से सिर्फ पांच आवेदन स्वीकृत किए गए। 69 आवेदन अस्वीकृत किए गए तो वहीं 234 आवेदन अभी प्रक्रिया अधीन मिली। एक अप्रैल 2023 से लेकर 23 फरवरी 2024 तक घरेलू बिजली के 276 नए आवेदन प्राप्त हुए थे। जिनमें से 97 आवेदन को स्वीकृति मिली है तो वहीं 176 अस्वीकृत किए गए हैं। तीन आवेदनों पर प्रक्रिया जारी है।