दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के चार जजों द्वारा की गई पत्रकार वार्ता के बाद देश की सियासत में उबाल आ गया है। कोई जजों के सार्वजनिक हो जाने को सही और क्रांतिकारी कदम बता रहा है तो किसी ने इसका कड़ा विरोध किया है। ऐसे में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट करके इन जजों को नसीहत दी है। ट्वीट के जरिए विज ने कहा कि अच्छा होता यदि ये चारों जज सार्वजनिक तौर पर प्रेस कांफ्रेंस करने से पहले अपने पदों से इस्तीफा दे देते। विज ने कहा कि इससे लोकतंत्र को आघात लगा है। जजों को प्रेस और पब्लिक में आने की बजाए आपसी सहमति और बातचीत से अपने विवाद सुलझा लेने चाहिए थे।
वहीँ समाज में फिल्म पद्मावती पर हो रहे विवाद को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज एक बार फिर फ़िल्म का विरोध करने वाले लोगों के साथ खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। विज ने कहा कि इस मुद्दे को उन्होंने पहले भी कैबिनेट में रखा था। यदि लोग चाहेंगे तो एक बार फिर इस मुद्दे को कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा। यदि समाज इसे स्वीकार करेगा तो इस पर आगामी फैसला लिया जाएगा।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश मुखिया डॉ अशोक तंवर की साईकल यात्रा पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने चुटकी लेते हुए कहा कि तंवर सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि अपनी साईकल पर हुड्डा के रथ के साथ रेस लगाकर देखना चाहते हैं कि आखिर आगे कौन निकलेगा। इन यात्राओं के माध्यम से हुड्डा और तंवर की आपसी होड़ सामने आ रही है।