किसान आंदोलन के चलते पिछले चार दिनों से इंटरनेट बंद है। इसके चलते आमजन की दिनचर्या तो प्रभावित हो ही रहा है, विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बुरी तरह बाधित हो रही है। सीबीएसई और भिवानी बोर्ड की परीक्षाएं सिर पर हैं। ऐसे में सरकार का यह निर्णय विद्यार्थियों को शूल की तरह चुभ रहा है। वहीं ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को भी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
जिले के करीब 40 हजार युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। इनमें से कई विद्यार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने बड़े इंस्टीट्यूट का सब्सक्रिप्शन लिया हुआ है। वे रोजाना 4 से 5 घंटे तक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। छात्रा सपना रानी ने बताया कि वह विवाहिता है, इसलिए कोचिंग के लिए बाहर नहीं जा पाती। ऐसे में उसने निजी संस्थान से सब्सक्रिप्शन लिया हुआ है। अब इंटरनेट बंद होने से उसकी तैयारी नहीं हो पा रही है।
नौंवीं व 11 की परीक्षा आज, बोर्ड की 27 से
15 फरवरी से जिले में परीक्षा शुरू हो जाएगी। वीरवार को नौंवी व 11वीं कक्षा की परीक्षा होगी। बोर्ड की परीक्षा 27 फरवरी से शुरू होगी। जिले के दसवीं और बारहवीं कक्षा के करीब 25 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। विद्यार्थियों के लिए पढ़ने की सामग्री अवसर एप पर डाली गई है। इंटरनेट बंद होने के कारण विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। विद्यार्थियों की अतिरिक्त कक्षाएं भी विभाग की ओर से दिए गए टैबलेट पर ऑनलाइन चलती हैं। ये कक्षाएं भी प्रभावित हैं।
इंटरनेट बंद करने के विरोध में ऐलनाबाद में युवाओं ने किया प्रदर्शन
इंटरनेट सेवा बंद होने के विरोध में ऐलनाबाद के गांव मिठनपुरा के युवाओं ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया और सरकार का पुतला फूंका। युवा रमेश कुमार, सोनू शर्मा, विकास, आदित्य आदि ने कहा कि फरवरी के अंत में परीक्षा है। आज के समय में ऑनलाइन स्टडी ज्यादा हो गई है। ऐसे में इंटरनेट नहीं चलते से पढ़ाई बाधित हो रही है। आमजन को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। न ही ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं, न ही वाहनों में तेल डलवाने का भुगतान कर पा रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार जल्द से जल्द इंटरनेट सेवा सुचारू की जाए।