Sunday , 24 November 2024

Jind : बारिश से किसान खुश, शहर की गलियों में फैले कीचड़ से शहरवासी परेशान,

जिले में बुधवार रात व वीरवार सुबह हुई बूंंदाबांदी तथा हल्की बारिश ने किसानों के चेहरे पर चमक ला दी है। बारिश फसलों के लिए अमृत बनकर हुई है। बारिश होने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। पिछले 24 घंटे में जिले में औसतन साढ़े चार एमएम बारिश दर्ज की गई है। जीद में 3.5 एमएम, नरवाना तथा सफीदों में तीन-तीन एमएम, जुलाना में 9.6 एमएम, उचाना में आठ एमएम, पिल्लूखेड़ा में पांच तथा अलेवा में बूंदाबांदी दर्ज की गई है। वीरवार को दिनभर मौसम परिवर्तनशील रहा। बादल छाए रहे और उनके साथ सूर्य भी लुकाछिपी करते रहे। वीरवार को अधिकतम तापमान 15.4 तथा न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आर्द्रता 96 प्रतिशत तथा हवा कि गति 16 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार अभी बादल छाए रहेंगे। चार फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता की वजह से बूंदाबांदी होने का अनुमान है।

वीरवार को दिन का आगाज सामना में छाए बादलों के साथ हुआ। हवा की गति भी काफी तेज रही। दिन चढ़ने के साथ बादल हलके हो गए। बीच-बीच में सूर्य भी झांकते रहे। दिनभर सूर्य तथा बादलों के बीच लुकाछिपी चलती रही। हालांकि तापमान में भी दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। देर रात तक रुक-रुक कर बूंदाबांदी होती रही। वीरवार को अल सुबह चार बजे भी हल्की बारिश हुई। इस वर्ष रबी फसल बिजाई के बाद से सर्दी के सीजन में बुधवार को पहली बूंदाबांदी तथा हल्की बारिश हुई है। हालांकि इस बार सर्दी सीजन में बारिश नहीं होन के बाद भी घनी धुंध तथा कोहरा फसलों के लिए रामबाण बना रहा। फसलों को अच्छी ग्रोथ मिली और मौसम फसलों के अनुरूप बना रहा। बावजूद इसके किसानों बारिश की जरूरत महसूस कर रहे थे। बुधवार को दिन तथा रात में रुक-रुक कर हुई बूंदाबांदी से फसलों को काफी फायदा पहुंचा है। बूंदाबांदी तथा बारिश ने फसलों की संजीवनी देने का कार्य किया है।
कीचड़ होने से लोगों को करना पड़ा परेशानी को सामना
शहर में कई स्थान पर सड़कें टूटी हुई हैं। कई स्थानों पर सड़क निमार्ण का कार्य चल रहा है। कुछ स्थानों पर कार्य अधर में लटका हुआ है। बूंदाबांदी के कारण उन स्थानों पर कीचड़ हो गया। इसके चलते राहगीरों के साथ वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जेडी सात, नई काठ मंडी के हालत बदतर रहे।
इस बार सर्दी सीजन में सबसे कम बारिश हुई है। बूंदाबांदी व हल्की बारिश से फसलों को अच्छा फायदा पहुंचा है। अच्छी बारिश होती है तो और ज्यादा फायदा पहुंचेगा। चार फरवरी को बूंदाबांदी के आसार बन रहे हैं। बीच में मौसम परिवर्तनशील रहेगा। अधिकतम तथा न्यूनतम तापमान में इजाफा होगा। 

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