गलत तरीके से एक दुकान की रजिस्ट्री करवाने का मामला सामने आया है। शिकायत में बताया कि आरोपितों ने जिला सचिवालय के सामने सुभाष मार्केट में दुकान नंबर 29-ए नीरु गुलाटी के नाम करवाई है। उसके स्वर्गीय पिता रति राम ने यह दुकान साल 2002 में सेक्टर-19 निवासी सतीश कुमार से खरीदी थी। साल 2012 में इंतकाल भी उसके पिता के नाम हो गया था।शिकायत में बताया कि आरोपितों ने जिला सचिवालय के सामने सुभाष मार्केट में दुकान नंबर 29-ए नीरु गुलाटी के नाम करवाई है। उसके स्वर्गीय पिता रति राम ने यह दुकान साल 2002 में सेक्टर-19 निवासी सतीश कुमार से खरीदी थी। साल 2012 में इंतकाल भी उसके पिता के नाम हो गया था।साल 2014 में उसके पिता का देहांत हो गया था। दिसंबर 2023 में वह अपनी दुकान को देखने के लिए गया तो वहां शिमला और अनीता ने दुकान पर कब्जा किया हुआ था। उसने अपने स्तर पर कागजातों की जांच की तो पता लगा कि आरोपितों ने तत्कालीन तहसीलदार से मिलीभगत करके फर्जी कागजात लगाकर दुकान को नीरु के नाम करवाया हुआ था।
जिस दुकान के कागजात लगाए गए थे वह दुकान 27-बी थी लेकिन फर्जी तरीके से उसकी दुकान की रजिस्ट्री करवा ली गई। इस कार्य में सभी आरोपितों ने मिलकर नीरु की सहायता की और उसकी दुकान को अपने नाम करवा लिया।उसने दुकान के बारे आरोपितों को कहा तो वे कहने लगे कि दुकान की रजिस्ट्री उनके नाम है और अब दुकान भी उनकी ही है। जांच अधिकारी एसआई कुलविंद्र सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।