अयोध्या में सोमवार को श्रीरामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह से एक दिन पूर्व औद्योगिक नगरी पानीपत में उत्साह चरम पर दिखा। कड़ाके की ठंड के बीच श्रीराम मंदिर के मॉडल के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। हर तरफ भगवान श्रीराम के भजन और जयकारों की गूंज रही। साथ ही आतिशबाजी के बीच अदभुत नजारा दिखा।
स्काईलार्क से गुरुद्वारा बाबा जोध सचियार तक जीटी रोड पर करीब ढाई किलोमीटर लंबी श्रीराम शोभायात्रा में रामभक्त मंदिर के रथ को हाथों से खींचने के लिए बेताब दिखे। लोगों के उत्साह और श्रद्धालुओं की भीड़ का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि शोभायात्रा की प्रारंभिक झांकी समापन स्थल पर पहुंच गई पर पिछली झांकी नहीं चल पाई थी।
चार घंटे की शोभायात्रा सात से आठ घंटे में पूरी हुई। शोभायात्रा में रामभक्तों की सेवा के लिए धार्मिक और सामाजिक संस्थाएं जुटी रहीं।खान-पान के 56 स्टाल लगाए गए। गुरुद्वारा जोध सचियार में अटूट लंगर बरताया गया।
श्रीराम शोभायात्रा में सर्वधर्म का संदेश
श्रीराम शोभायात्रा में सर्वधर्म का संदेश रहा। हर धर्म का व्यक्ति इसमें शामिल रहा। राजनीतिक दलों के लोग भी सेवा कार्यों में आगे आए। यहां रामभक्तों ने मूंगफली व रेवड़ी से लेकर पकोड़े, गोहाना की गर्म जलेबी, रसगुल्ला और अन्य खाद्य पदार्थों का भी खूब लुत्फ उठाया।
कलाकारों ने भजनों से बांधा समां
गजेंद्र फौगाट ने एक के बाद राम के कई भजनों की प्रस्तुति से माहौल को भक्ति में सराबोर कर दिया। हरियाणवी कलाकार गजेंद्र सलूजा और बिंद्र दनौदा ने श्रीराम के भजनों की सुंदर प्रस्तुति दी। रामभक्त भजनों पर झूम उठे।