शहर में महाराणा प्रताप चौक (पुराना कमानी चौक) से रेलवे ओवरब्रिज के बीच आधा दर्जन कॉलोनियों के लोग अपनी जान को जोखिम में डाल कर सड़क पार कर रहे हैं। सड़क पार करने का दूसरा रास्ता न होने से रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के पास दो साल के भीतर 27 सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें 11 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। वहीं 16 से ज्यादा घायल हो गए।अंडरपास बनाने पर करीब एक करोड़ 60 लाख रुपये खर्च आने का अनुमान है। इसका एस्टीमेट बनाकर पीडब्ल्यूडी एक्सईएन ने मुख्यालय को भेज दिया है। तब तक आरओबी के पास हादसे रोकने के लिए पुलिस व होमगार्ड को तैनात किया जाएगा।जगाधरी से रेलवे ओवरब्रिज से होकर विश्वकर्मा चौक से हाेते हुए सहारनपुर जा रही सड़क पुराना नेशनल हाईवे है। आरओबी के दोनों तरफ बसी कॉलोनियों के लोग रोजाना अपनी जान को जोखिम में डाल कर यहां से गुजरते हैं। औद्योगिक क्षेत्र व सब्जी मंडी होने के कारण भी लोगों का मजदूरी व सब्जी खरीदने लिए भी आना जाना हर समय रहता है। पुराना नेशनल हाईवे होने के कारण ट्रैफिक बहुत ज्यादा रहता है इसलिए आए दिन हादसे होते रहते हैं।