यूनियन के आदेश पर ड्राइवरों ने यहां अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान कर दिया। चालकों ने कहा कि मंगलवार से अगर कोई चालक अपने वाहन के साथ सड़क पर दिखा तो उसका विरोध किया जाएगा और अपने जानमाल के नुकसान का जिम्मेदार खुद वाहन चालक होगा।
सरकार ने जो फैसला लिया है उसमें वाहन चालकों के हित का ध्यान नहीं रखा गया। उनका कहना है कि कोई भी ड्राइवर जानबूझकर हादसे को अंजाम नहीं देता। संशोधित कानून से वाहन चालकों के साथ उनके परिवार के साथ भी गलत होगा। हादसों के बाद मौके पर भीड़ इकट्ठा हो जाती, ऐसे में उसे उस दौरान जान का खतरा भी बना रहता है। वहीं देश में ऐसे कई उदाहरण है। जहां भीड़ ने वाहन चालक की पीट पीटकर हत्या तक कर दी।