मौसम में लगातार दूसरे दिन भी कोहरे का असर गहराया रहा। जिस कारण ट्रेनें रफ्तार नहीं पकड़ पाई। घने कोहरे के कारण लंबी दूरी की ट्रेनें अपने निर्धारित समय से करीब सात घंटे तक की देरी से चली। जिसका खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ा। लंबी दूरी की ट्रेनें देरी से चलने के कारण सवारी गाड़ियां भी प्रभावित रही। स्टेशन पर यात्री ट्रेनों का इंतजार करते रहे। मौसम साफ होने के बाद ही ट्रेनों ने रफ्तार पकड़ी।
सर्दी के मौसम में बुधवार की सुबह जिला कोहरे की चादर से ढका रहा। घने कोहरे के कारण दृश्यता घटकर करीब पांच मीटर तक रह गई थी। जिस कारण ट्रेनें सामान्य से कम गति से चली। कटरा से चलकर दिल्ली जाने वाली 14034 जम्मू मेल साढ़े तीन घंटे, 14554 हिमाचल एक्सप्रेस तीन घंटे, 18310 संभलपुर एक्सप्रेस ढाई घंटे, 11057 अमृतसर एक्सप्रेस चार घंटे व झेलम एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से साढ़े तीन घंटे की देरी से चली। जिससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। सवारी गाड़ियां भी आधे से एक घंटे तक की देरी से चली।
मौसम में आए परिवर्तन से जहां तापमान में गिरावट आई है। वहीं सुबह कोहरे के बीच स्टेशन पर पहुुंचे यात्री ठंड के कारण ठिठुरते रहे। ट्रेनों के देरी से चलने के कारण यात्री पूछताछ केंद्र पर जाकर तो कभी अपने मोबाइल पर ट्रेनों का स्टेटस जांच करते रहे। ट्रेनों के देरी से चलने के कारण दैनिक यात्रियों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। सुबह के समय काम पर जाने वाले यात्रियाें की स्टेशन पर भीड़ लगी रही। ट्रेन के आते ही चढ़ने के लिए यात्रियों में धक्का मुक्की होती रही। पहले आने वाली सवारी ट्रेनों में भारी भीड़ रही।