चरखी दादरी जिले के गांव कादमा निवासी एक व्यक्ति को सोमवार रात आठ बजे महेंद्रगढ़ क्षेत्र के गांव नांवां के पावर हाउस के पास गोली मार दी। युवक की चरखी दादरी के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। सतनाली पुलिस ने मृतक के पिता के बयान पर एक नामजद व तीन-चार अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दिए बयान में चरखी दादरी जिले के गांव कादमा निवासी चंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार शाम छह बजे वह अपने बेटे बिजेंद्र के साथ अपनी बेटी के घर गांव डिगरोता कुछ सामान देने आए थे। जब रात को आठ बजे वह अपने गांव कादमा के लिए निकले तो गांव नांवां से गोपालवास जिला चरखी दादरी जाने वाले मार्ग पर पहुंचे और शौच के लिए गाड़ी को रुकवाया था।
इसी दौरान उनके पास एक गाड़ी आकर रुकी। गाड़ी से चार युवक उतरे जिनमें से एक को पहचानता है, जो नरेंद्र निवासी बारड़ा जिला महेंद्रगढ़ का है। हाथों में हथियार लिए युवकों ने गाड़ी को घेर लिया व बेटे बिजेंद्र को पकड़ लिया। नरेंद्र ने उनके बेटे बिजेंद्र को तीन गोलियां मारी। इस दौरान वह जान बचाकर खेतों की तरफ भाग रहा था तो आरोपियों ने उस पर भी गाड़ी चढ़ाकर मारने का प्रयास किया।
उसके बाद उसने डायल 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। वहीं अपने परिजनों को भी सूचित कर दिया। परिजनों के आने के बाद वह बिजेंद्र को चरखी दादरी के एक निजी अस्पताल में लेकर गए। मंगलवार दोपहर 12 बजे बिजेंद्र ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
गाड़ी के पैसे के लेनदेने के चक्कर में चलाई गोलियां
पिता चंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि दो साल पहले नरेंद्र निवासी बारड़ा जिला महेंद्रगढ़ ने उनके बेटे बिजेंद्र से एक गाड़ी खरीदी थी तथा पैसे नहीं दिए थे। उनका लड़का बिजेंद्र आरोपी नरेंद्र से गाड़ी के पैसे की मांग करता था, जिसके कारण नरेंद्र ने अपने तीन-चार साथियों के साथ मिलकर उसके बेटे की गोलियां मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने मृतक के पिता चंद्र सिंह के बयान पर सतनाली थाना पुलिस ने नरेंद्र निवासी बारड़ा जिला महेंद्रगढ़ व तीन-चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।