पिछले साल लालू यादव के पटना आवास पर दो दिनों तक दही-चूड़ा का भोज चला था। लेकिन इस साल लालू जेल में हैं, फिर भी उनका दही-चूड़ा प्रेम जाग गया।
लालू बुधवार को डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मकर सक्रांति आ गया है। फ्री होते तो हम लोग सक्रांति के दिन चूड़ा-दही खाते, सर! लालू की इस बात पर जज ने कहा कि हम यहीं व्यवस्था करा देंगे। कितना दही चाहिए ?
लालू यादव ने कहा कि यह विभाग तो हम यादव लोगों का ही है सर! रिहा होकर जाते तो आप को भी बुलाकर चूड़ा खिलाते। आप हम लोग को रिहा करेंगे न सर, तो दो तीन दिन इधर जंगल में ही रह जाएंगे।
जज और लालू प्रसाद यादव के बीच का यह संवाद उस समय का है जब वे विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में पेश हुए।
कोर्ट में लालू प्रसाद ने जज के समक्ष बार-बार आग्रह कर रहे थे कि जेल में मिलने वालों की संख्या 3 की गई है, उसे बढ़ा दिया जाए। साथ ही कहा कि कोर्ट में आने में बहुत धक्का-मुक्की होता है, इसे ठीक से देख लीजिए।
जज ने कहा कि आप की सुरक्षा के लिए सभी लोग तैयार हैं। बोलिए कहां खाली कराना है? आप के कार्यकर्ता ही तो भीड़ लगाए रहते हैं।