हरियाणा के इतिहास, समृद्ध विरासत और संस्कृति को संजोए रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा राज्य गीत तैयार करने का फैसला लिया गया है। हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बाकायदा तीन गीत विधायकों को सुनाए गए थे, जिस पर मंगलवार को फैसला होना था, लेकिन राज्य गीत पर सहमति नहीं बन पाई, जिसके चलते हरियाणा को उसका राज्यगीत नहीं मिल पाया। राज्यगीत का चयन अब पांच सदस्यीय कमेटी करेगी।
हरियाणा के राज्य गीत का चयन को लेकर विधानसभा में खूब मंथन हुआ, आखिरकार नतीजा नहीं निकल पाया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्यगीत का चयन करने के लिए कमेटी बनाने का सुझाव दिया। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कोसली से भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी गठित की, जो एक महीने में राज्यगीत के चयन को लेकर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। कमेटी में बवानी खेड़ा से भाजपा विधायक विशंबर वाल्मीकि, जजपा विधायक जोगीराम सिहाग सहित कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल व नीरज शर्मा को शामिल किया गया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 14 प्रदेशों द्वारा अपने राज्यगीत तैयार किए गए हैं। हरियाणा का भी राज्यगीत हो, ताकि उसे राजकीय व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बजाया जा सके। राज्यगीत पर सभी विधायकों की सहमति जरूरी है। इसलिए जब तक राज्यगीत का चयन नहीं होता है, तब तक तीनों गीतों को सार्वजनिक कार्यक्रमों में बजाया जाए, ताकि जनता भी उसने से अवगत हो से।
वहीं उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गीत चयन को लेकर समय-सीमा निर्धारित होनी चाहिए। विस अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि एक महीने के भीतर कमेटी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। साथ ही उन्होंने सभी माननीयों को आग्रह किया कि जो भी सुझाव व आपत्तियां हैं, वह कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करें।