22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को राष्ट्रीय शौर्य के महापर्व के रूप में मनाने की व्यापक तैयारियां हैं। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठाको राष्ट्रीय शौर्य जागरण का महापर्व बताते हुए कहा कि संपूर्ण विश्व के राम भक्त इस दिन को दीपावली की तरह मनाने की तैयारी कर रहे हैं।
गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी रेस्टहाउस में प्रेसवार्ता के दौरान सुरेंद्र जैन ने कहा कि 491 साल के संघर्ष के बाद अयोध्या में अपने घर पर भगवान राम फिर से लौट रहे हैं। राम जन्म भूमि का संघर्ष विश्व का सबसे लंबा संघर्ष है. सबसे बड़ा आंदोलन राम मंदिर के निर्माण के लिए ही किया गया, जो 35 साल तक लगातार चला और 16 करोड़ राम भक्तों ने इसमें भाग लिया।
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर जब राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर बनाना प्रारंभ किया गया तो देश के 16 करोड़ परिवार यानी कि 65 करोड़ राम भक्तों ने मंदिर निर्माण में सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि लोगों ने तय किया है कि 22 जनवरी को 200 मंदिरों में और तीन लाख घरों में भजन कीर्तन और अयोध्या में की गई प्राण प्रतिष्ठा का सजीव प्रसारण देखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि, इसके लिए गुरुग्राम में 1000 टोलियां बनेंगी और 5000 कार्यकर्ता 1 जनवरी से 5 जनवरी तक दिन-रात एक करके सभी घरों में संपर्क करेंगे और निमंत्रण के लिए अयोध्या से लाए गए पूजित अक्षत घरों में देंगे। हरियाणा में इस अभियान में 30 हजार टोलियां बनेंगी और एक लाख कार्यकर्ता भाग लेंगे. 6725 गांव में संपर्क किया जाएगा और प्रत्येक शहर के हर घर में अक्षत निमंत्रण दिया जाएगा।