हरियाणा में 76 लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है। प्रदेश में आगामी वित्तीय वर्ष में भी पुराना बिजली टैरिफ जारी रहेगा। बिजली उत्पादन और बिजली खरीद की बढ़ी लागत के बावजूद बिजली वितरण कंपनियों ने कोई नया बिजली शुल्क प्रस्तावित नहीं किया है। किसी भी श्रेणी में बिजली की दरें नहीं बढ़ाई जाएंगी। कृषि क्षेत्र को सब्सिडी भी जारी रहेगी।
प्रदेश में हर साल नया बिजली टैरिफ पहली अप्रैल से लागू होता है। उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने हरियाणा विद्युत नियामक आयोग को दिए वार्षिक राजस्व आवश्यकताओं (एआरआर) के प्रस्ताव में बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने की बात कही है।
एआरआर में सुझाव दिया गया है कि इस साल 12 हजार 293 करोड़ रुपये की बिजली खरीद की मंजूरी दी जाए। आगामी वित्तीय वर्ष में 24 हजार 871 मिलियन यूनिट की खपत का अनुमान लगाया गया है। साथ ही लाइन लास 10.75 प्रतिशत पर बताया गया है। पिछले महीने एआरआर दायर किया गया है जिसे फरवरी में एचईआरसी के सामने सुनवाई के लिए लाया जाएगा।
प्रदेश में पिछले तीन साल से बिजली बिल में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। आगामी वित्तीय वर्ष में भी पहले की तरह ही श्रेणी एक के बिजली उपभोक्ताओं से 50 यूनिट तक दो रुपये प्रति यूनिट और 51 से 100 यूनिट तक ढाई रुपये चार्ज किए जाएंगे। श्रेणी दो में 150 यूनिट तक 2.75 रुपये, 150 से 250 यूनिट तक 5.25 रुपये, 251 से 500 यूनिट तक 6.30 रुपये तथा 501 से 800 यूनिट तक 7.10 रुपये प्रति यूनिट चार्ज किए जाएंगे।