आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों को उनके घरों तक नागरिक-केंद्रित सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से ‘भगवंत मान सरकार तुहाडे द्वार’ योजना की शुरुआत की और इसे भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार बताया।
इस योजना के तहत लोगों को जन्म, विवाह, मृत्यु, आय, निवास, जाति, ग्रामीण क्षेत्र, सीमा क्षेत्र, पिछड़ा वर्ग, पेंशन के प्रमाणपत्र जारी करने, बिजली बिल के भुगतान और भूमि सीमांकन समेत 43 सेवाएं उपलब्ध होंगी।
योजना की शुरूआत के बाद यहां एक सभा को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस कदम को ”क्रांतिकारी” बताया। मान सरकार की सराहना करते हुए केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक के बाद एक कदम उठा रही है और पिछले 75 वर्षों में पंजाब को ”लूटने” वाले बड़े नेताओं के खिलाफ छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार कर रही है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना बलिदान इसलिए नहीं दिया कि आजादी के बाद भी लोगों को सरकारी कार्यालयों में उत्पीड़न का सामना करना पड़े।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन का बलिदान इसलिए दिया ताकि लोगों को अच्छी शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य, दवाएं, सड़कें और बिजली मिल सके।
केजरीवाल ने कहा, ”पंजाब में जो काम शुरू होने जा रहा है वह किसी क्रांति से कम नहीं है। यह एक क्रांतिकारी कदम है।” उन्होंने अपना काम करवाने के लिए सरकारी कार्यालयों में आने वाले लोगों की व्यथा के बारे में बात की।
उन्होंने कहा कि लोगों को अपना काम करवाने के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है, छुट्टियां लेनी पड़ती हैं, खेत का काम छोड़ना पड़ता है और यहां तक कि दलालों को पैसे भी देने पड़ते हैं। उन्होंने कहा, ”पंजाब सरकार के इस कदम से अब लोगों को काम के लिए दफ्तरों में जाने की जरूरत नहीं है। आपका काम आपके घर पर ही होगा।”
केजरीवाल ने कहा कि 43 सरकारी सेवाएं लोगों को घर पर मिल जाएंगी, जिसमें राज्य सरकार की लगभग 99 प्रतिशत सेवाएं शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब शत प्रतिशत सरकारी सेवाएं लोगों को उनके घर पर ही उपलब्ध होंगी।