भारत ने कम दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल ‘अग्नि-1’ का बृहस्पतिवार को ओडिशा तट के अब्दुल कलाम द्वीप से सफलतापूर्वक अभ्यास परीक्षण किया। रक्षा विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया,‘‘ अग्नि-1 एक अत्यंत सटीक मिसाइल प्रणाली है। स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड के तत्वावधान में किए गए उपयोगकर्ता अभ्यास प्रक्षेपण परिचालन संबंधी और तकनीकी मापदंडों पर खरा उतरा।” इससे पहले एक जून को इस केन्द्र से मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था।
स्ट्रेजिक कमॉड फोर्स के तहत मिसाइल को मोबाइल लांचरों से लॉन्च किया जा सकता है। इस मिसाइल का पहला परीक्षण 25 जनवरी 2002 को किया गया था। ये मिसाइल भारतीय सेना के स्ट्रेजिक कमॉड फोर्स के तहत ये मिसाइल सिस्टम आती है। इससे पहले भी कम दूरी तक मार करने वाली परमाणु सक्षम बैलेस्टिक मिसाइल एसआरबीएम अग्नि-1 से लेकर अग्नि-5 तक मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है, जिसकी मारक क्षमता 750 किलोमीटर से लेकर 3500 किलोमीटर तक है। रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका पिछले साल अग्नि-5 मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया गया था, जिसकी मारक क्षमता पांच हजार किलोमीटर थी। यह मिसाइल एक शक्तिशाली हथियार है जो भारत की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह मिसाइल भारत को अपने दुश्मनों के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरोध प्रदान करती है। अग्नि-1 मिसाइल एक ऐसी मिसाइल है जो 700 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य को परमाणु बम से मार सकती है।