चीन में फैल रहे रहस्यमयी बुखार को लेकर भारत सरकार अलर्ट हो गई है। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि उत्तरी चीन में बच्चों में बढ़ रहे H9N2 संक्रमण पर भारत सरकार बारीकी से नजर रख रही है। हालांकि, सरकार ने यह जरूर कहा है कि फिलहाल भारत में एवियन इन्फ्लूएंजा के मामलों के साथ-साथ श्वसन संबंधी बीमारी का जोखिम कम है। इसके बावजूद सरकार किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार है।
बता दें कि बीते कुछ सप्ताह में चीन में निमोनिया जैसी रहस्यमयी बीमारी तेजी से फैल रही है। ज्यादातर बच्चे इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं और उत्तरी चीन के अस्पताल इस बीमारी के कारण फुल हो गए हैं। कोरोना के बाद चीन में फैल रही इस बीमारी ने दुनियाभर की चिंता बढ़ा दी है।
चीन में बढ़ रहे संक्रमण पर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी सख्त हो गया है। जानकारी के मुताबिक, WHO ने अस्पतालों में बच्चों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए चीन से जवाब मांगा है। इस पर चीन की ओर से कहा गया है कि उसे अपने देश में किसी नई बीमारी के संकेत नहीं मिले हैं।
WHO ने कहा कि चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने 13 नवंबर को श्वसन संबंधी बीमारियों की वृद्धि की सूचना दी थी। चीनी अधिकारियों ने इससे जुड़े आंकड़े भी मुहैया कराए हैं। मोटे तौर पर चीन ने कहा है कि देश में कोविड संबंधी पाबंदिया हटा दी गई हैं, लिहाजा श्वसन संबंधी मामले सामने आ रहे हैं। किसी नई बीमारी या संक्रमण के संकेत नहीं मिले हैं।
उधर, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि चीन में बढ़ रहे मामलों को देखते हुए एक बैठक आयोजित की गई और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। मंत्रालय ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार चीन में बढ़ रहे मामलों में मृत्यु दर काफी कम है और इस बीमारी का इंसानों से इंसानों में फैलने का खतरा भी न के बराबर है। हालांकि, WHO ने बच्चों व जानवरों में ऐसे मामलों की सघन मॉनीटिरंग के निर्देश दिए हैं।