चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबंध में कथित रूप से असत्यापित और गलत बयान देने के लिए मंगलवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया। भाजपा ने शिकायत की थी कि प्रियंका ने हाल ही में मध्य प्रदेश में एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री मोदी के बारे में “झूठे” और “असत्यापित” बयान दिए थे।
भाजपा की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए निर्वाचन आयोग ने प्रियंका से गुरुवार रात आठ बजे तक अपने बयान पर स्पष्टीकरण देने को कहा है। आयोग को दी गई शिकायत में भाजपा ने प्रियंका पर यह “निराधार और झूठा” दावा करने का आरोप लगाया था कि नरेन्द्र मोदी नीत सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) का निजीकरण कर दिया है।
प्रियंका ने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) को अपने उद्योगपति दोस्तों को दे दिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आम आदमी पार्टी के ‘सोशल मीडिया हैंडल’ पर की गई कथित ‘अपमानजनक’ टिप्पणी के लिए निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को ‘आप’ को कारण बताओ नोटिस जारी किया। आयोग ने आम आदमी पार्टी (आप) को 16 नवंबर तक आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के आरोप का जवाब देने के लिए कहा है।
दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नोटिस जारी किया गया है।