भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस का मतलब है करप्शन, भ्रष्टाचार, अत्याचार, अनाचार, आपके हकों पर डाका। कांग्रेस जहां रहेगी वहां भ्रष्टाचार तो होना ही है।
कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक सिक्के के दो पहलू हैं। दूसरी तरफ भाजपा का मतलब है आपकी तरक्की, आपका विकास, आपकी सरकार और आपके साथ प्रदेश को आगे बढ़ाना। इसलिए ये चुनाव सिर्फ उषा ठाकुर को विधायक बनाने का चुनाव नहीं है, बल्कि ये मध्यप्रदेश को आने वाले समय में और तेजी से आगे बढ़ाने का चुनाव है।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा मंगलवार शाम को इंदौर जिले के महू में पार्टी प्रत्याशी उषा ठाकुर के समर्थन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने यहां विशाल रोड शो भी किया। नड्डा ने कहा कि सभा में बड़ी संख्या में हमारे नौजवान साथी भी मौजूद हैं, जो 2003 में बहुत छोटे रहे होंगे। पिछले 20 सालों से प्रदेश में भाजपा का शासन है, इसलिए उन्हें उस दुरावस्था का पता नहीं होगा। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था। सड़कें टूटी थीं, बिजली रहती नहीं थी। विकास के नाम पर कुछ नहीं और भ्रष्टाचार के नाम पर सब कुछ। 2003 का मध्यप्रदेश अगर अमावस्या था, तो भाजपा के शासन में 2023 का मध्यप्रदेश पूर्णिमा है। अब मध्यप्रदेश में अंधेरा नहीं है, बल्कि विकास का उजाला ही उजाला है।
मप्र विस चुनावः झूठ और घोटाले कांग्रेस की पहचान
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने तीनों लोकों में घोटाले किये हैं। कांग्रेस ने पहले पानी में पनडुब्बी का घोटाला किया। हवा में अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला और पाताल में कोयला घोटाला किया। इसके अलावा चावल घोटाला, चीनी घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम और मनरेगा घोटाला भी सामने आया था। मध्यप्रदेश में भी 15 महीने की कमलनाथ सरकार ने घोटाले ही घोटाले किए। इरिगेशन कांपलेक्स घोटाला, वेयरहाउस खरीदी घोटाला, कृषि यंत्र घोटाला, छात्रवृति घोटाला, रेत माफियाओं का घोटाला, 350 करोड रुपये की टैक्स चोरी जैसे पता नहीं कितने घोटाले हुए। अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले से भी कमलनाथ और उनके भांजे रतुल पुरी का का नाम जुड़ा रहा है। 15 महीने की कांग्रेस की सरकार झूठ और छलावे की सरकार थी। कमलनाथ और कांग्रेस ने दस दिनों में किसानों की कर्ज माफी की बात कही थी, लेकिन कर्ज तो माफ नहीं हुआ, 11 लाख 97 हजार किसानों को डिफाल्टर बना दिया। क्या ऐसे झूठ बोलने वाले, घोटाले करने वालों को सत्ता में आने देना चाहिए?