दिल्ली सरकार के बुधवार से केवल बीएस-6 बसों को ही एंट्री दिए जाने के फैसले के चलते हरियाणा सरकार ने मंगलवार से बसों के रूटों में बदलाव कर दिया है। अब दिल्ली में केवल बीएस-6 बसों को ही भेजा जाएगा। यहां पहले से चल रही बसों को हटाकर पंजाब, उत्तराखंड और हिमाचल के रूट पर लगा दिया गया है। हरियाणा सरकार पहले भी दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर बसों को बदलने के लिए तीन महीने की छूट ले चुकी है।
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने मंगलवार को संबंधित जिलों के अधिकारियों से स्टेटस रिपोर्ट ली। इस समय रोहतक, झज्जर, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद, नूंह आदि जिलों से दिल्ली के लिए रोजाना लोकल बस सेवा चलती है। हरियाणा के विभिन्न जिलों से रोजाना करीब 700 बसें दिल्ली में जाती हैं। चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए हर दो मिनट बाद बस सेवा चल रही है।
परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने मंगलवार को संबंधित जिलों के अधिकारियों से स्टेटस रिपोर्ट ली। इस समय रोहतक, झज्जर, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद, नूंह आदि जिलों से दिल्ली के लिए रोजाना लोकल बस सेवा चलती है। हरियाणा के विभिन्न जिलों से रोजाना करीब 700 बसें दिल्ली में जाती हैं। चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए हर दो मिनट बाद बस सेवा चल रही है।
हरियाणा रोडवेज में बीएस-6 मानकों की 1800 बसें शामिल की जा चुकी हैं और जल्द ही 550 इलेक्ट्रिक बसें और शामिल की जाएंगी। सभी रोडवेज महाप्रबंधकों से कहा गया है कि दिल्ली जाने वाली या फिर दिल्ली के रास्ते गुजरने वाली बसों का बीएस-6 होना सुनिश्चित करें। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया कि वर्तमान में हरियाणा रोडवेज में बसों का बेड़ा 5100 से अधिक का हो गया है जिनमें किमी स्कीम की बसें भी शामिल हैं।